आरयू ब्यूरो, उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में शनिवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। शुक्लागंज में गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के चंदनघाट पर शनिवार को गंगा में नहाते समय गहराई में जाने से पांच बच्चे डूब गए। वहां मौजूद एक किशोर ने एक बच्ची को बचा लिया। आनन-फानन में लोगों ने मामले की जानकारी पुलिस व परिजनों को दी। पुलिस ने स्थानीय नाविकों और गोताखोरों की मदद से राहत बचाव शुरु किया। गोताखोरों की मदद से बाकी चार बच्चों को नदी से निकालकर कानपुर रामादेवी स्थित कांशीराम अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने चारों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। जिससे परिजनों में कोहराम मच गया।
मिली जानकारी के मुताबिक गंगा में डूबने से जान गंवाने वाले चारों बच्चे चेचेरे भाई-बहन हैं। बच्चों की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। बच्चे गंगाघाट कोतवाली के क्षेत्र के रतिरामपुरवा बंधा के पास झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले सलमान का पुत्र राजबाबू (सात) व पुत्री नाजिया बानो (11), सलमान के बड़े भाई नियाज का पुत्र मोहम्मद मुनाजिर (दस), आमिर उर्फ रियाज (आठ) व जैनब (पांच) शनिवार की सुबह लगभग आठ बजे घर में किसी को बताए बिना ही पास ही चंदनघाट पर गंगा में नहाने गए थे। नहाते समय गहराई में जाने से पांचों बच्चे डूबने लगे। यह देख वहां मौजूद मोहल्ले के एक किशोर ने गंगा में छलांग लगाकर पांच वर्षीय जैनब को बचा लिया, बाकी चारों डूब गए। इसके बाद उसने बच्चों के परिजनों को घटना की जानकारी दी।
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सूचना मिलते ही सलमान अपने नाते रिश्तेदारों के साथ मौके पर पहुंचे और पुलिस व गोताखोरों की मदद से जाल डालकर डूबे बच्चों को नदी से बाहर निकाला। नजदीक के अस्पताल लेकर पहुंचे, वहां से कानपुर के रामादेवी स्थित कांशीराम अस्पताल रेफर कर दिया गया। कांशीराम अस्पताल में डॉक्टरों ने राजबाबू, नाजिया बानो, मोहम्मद मुनाजिर व आमिर उर्फ रियाज को मृत घोषित कर दिया। प्राथमिक उपचार के बाद जैनब को परिजन घर ले गए।
इसके बाद दोपहर लगभग दो बजे परिजनों के पोस्टमार्टम कराने से इन्कार करने पर पंचनामा भरकर शव उनके सुपुर्द कर दिया गया। उधर, एएसपी अखिलेश सिंह, सीओ सिटी सोनम सिंह व तहसीलदार अविनाश चौधरी समेत कई राजस्व अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की।