आरयू ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश सरकार किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा से लाभांवित करने के लिए अगामी एक जुलाई से 31 जुलाई तक अभियान चलाएगी। यह अभियान बैंकों, कृषि विभाग एवं राजस्व विभाग द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जाएगा। साथ ही प्रदेश सरकार किसानों की आय दुगुनी करने के राष्ट्रीय अभियान में हर संभव सहयोग करेगी
ये बातें शुक्रवार को योगी सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बैंक ऑफ बड़ौदा हाउस में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश में कार्यरत समस्त अग्रणी जिला प्रबंधक व अग्रणी बैंकों के अधिकारियों से कही।
कृषि मंत्री ने आगे कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड से किसान कृषि के लिए अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकेंगे और साल 2022 तक अपनी आय दोगुनी करके राष्ट्रीय अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सकेंगे। साथ ही इस अभियान में सभी स्टेक होल्डर्स द्वारा प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को कैंप का आयोजन कर नए किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
जानकारी देते हुए सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि जहां तक कुल कृषि क्षेत्र का सवाल है, जमीन का विघटन हुआ, सामाजिक नीतियों के कारण जमीन का क्षेत्रफल कम होता जा रहा है। जिसके कारण लघु व सीमांत कृषक की संख्या 2.21 करोड़ हो गयी है, जो कुल कृषक परिवारों का लगभग 93 प्रतिशत है। इन किसानों को समुचित आय और रोजगार प्रदान करना हमारा नैतिक कर्तव्य है और हमारी सरकार इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए कटिबद्ध भी है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के महाप्रबंधक डॉ. रामजस यादव ने इस मौके पर कहा कि प्रदेश में बैंकों द्वारा गत वर्षों में सराहनीय कार्य किया गया है तथा किसानों का सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान करने में बैंकों की सक्रिय सहभागिता रही।
वहीं भारतीय रिजर्व बैंक के महाप्रबंधक पंकज कुमार ने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड को सुगम व उपयोगी बनाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा हाल ही में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
साथ ही बैठक में नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक शंकर पांडे द्वारा किसानों के हित में संचालित विभिन्न योजनाओं से अवगत कराने के अलावा इस अभियान की सफलता के लिए पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।
बैठक के दौरान विभिन्न बैंकिंग आयामों पर भी विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में नवीन कुमार आइएएस विशेष सचिव कृषि के अलावा कृषि विभाग एवं संस्थागत वित्त महानिदेशालय के वरिष्ठ अधिकारियों और अग्रणी बैंकों व प्रदेश के समस्त जिलों के अग्रणी जिला प्रबंधक भी मौजूद रहें।