आरयू वेब टीम।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी डॉ. एसपी वैद को उनके पद से हटा दिया गया। अब उन्हें ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के पद पर तैनात किया गया है। वहीं उनकी जगह डीजीपी (जेल) दिलबाग सिंह को डीजीपी पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है।
एसपी वैद पर गुरुवार को हुई यह कार्रवाई हाल ही में घाटी में पुलिसकर्मियों के परिवारवालों को आतंकियों से छुड़ाने के बदले एक आतंकी के पिता को छोड़ने की वजह से हुई है। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार इससे नाखुश थी, जिसके बाद पुलिस विभाग के आला अधिकारियों में फेरबदल किया गया।
वहीं पद से हटने के बाद शुक्रवार को एसपी वैद ने ट्वीट करके कहा है कि मैं भगवान का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे अपने लोगों और अपने देश की सेवा का मौका दिया। जम्मू-कश्मीर पुलिस, सुरक्षा एजेंसियां और जम्मू कश्मीर के लोगों ने मुझमें विश्वास दिखाया और मेरा साथ दिया, इसके लिए उनका शुक्रगुजार हूं। नए डीजीपी को मेरी शुभकामनाएं।
I’m thankful to God that he gave me the opportunity to serve my people and my country. I’m grateful to @JmuKmrPolice, security agencies, and people of J&K for their support and their faith in me. My best wishes to the new DGP.
— Shesh Paul Vaid (@spvaid) September 7, 2018
बता दें कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी एसपी वैद्य को हटाए जाने के बाद से ही राजनीतिक पार्टियों के बयान सामने आना शुरू हो गया है। देर रात हुए तबादले के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा कि डीजीपी बदलना प्रशासन का विशेषाधिकार है, लेकिन नए डीजी एक अस्थायी व्यवस्था के रूप में क्यों? ऐसे में नए डीजी को यह नहीं पता होगा कि वह कब तक रहने जा रहे हैं। ऐसे में कई लोग उनकी जगह लेने में जोड़तोड़ कि फिराक में जुटे रहेंगे। यह जम्मू -कश्मीर पुलिस के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं।
वहीं अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि प्रशासन को एसपी वैध को बदलने कि इतनी जल्दी क्यों थी। उन्हें तभी बदला जाना चाहिए था जब इस पद के लिए स्थायी व्यक्ति का चयन हो जाता। जम्मू-कश्मीर पुलिस के पास क्या कम समस्याएं थीं जो अब लीडरशिप का भी भ्रम झेले।
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