मोदी ने कहा, ‘कुर्सी के लिए पिता की हत्‍या का षडयंत्र रचने वालों की गोद में बैठ गए अखिलेश’

narendra modi

आरयू वेब टीम।

सपा का गढ़ कहे जाने वाले कन्‍नौज में आज प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला। चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्‍होंने कहा कि अखिलेश यादव कुर्सी के मोह में सबकुछ भूल चुके हैं। वह यह भी भूल गए कि कांग्रेस ने उनके पिता मुलायम सिंह यादव की हत्‍या का षडयंत्र रचा था। वह कुर्सी के लिए आज उसी कांग्रेस की गोद में जाकर बैठ गए है।

दूसरे चरण के मतदान के दिन मुलायम की बहु डिम्‍पल यादव के संसदीय इलाके में पहुंचे मोदी ने मिलेट्री ग्राउंड में जनता को संबोधित करते हुए बताया कि मुझे आज भी 4 मार्च 1984 का दिन याद है।

यह वही दिन है जब मुलायम सिंह ने लोहिया के विचारों को लेकर कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई छेड़ी थी। इस लड़ाई से कांग्रेस इतनी तंग आ गई कि उन पर गोलियां चलवा दीं। मुलायम की हत्या का गंभीर प्रयास हुआ, लेकिन वह बच गए। इसके बाद मुलायम के समर्थन में लोकतांत्रिक मोर्चा सामने आया।

इसमें चौधरी चरण सिंह और हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने उनकी रक्षा के लिए आंदोलन छेड़ा। यह आंदोलन कांग्रेस के खिलाफ था। 28 मार्च को बड़ी रैली हुई और दिल्ली की गद्दी में बैठी कांग्रेस की सरकार हिल गई।

सपा-कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि यह गठबंधन आपके सपनों को चकनाचूर कर देगा। विपक्ष ने पिछले तीन महीनों में नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राइक जैसे मुद्दों को उठाकर हर तरह का खेल खेला है, लेकिन जनता उनको जवाब देगी।

उन्होंने कहा कि हमारे देश में हृदय रोग से बचाने के लिए स्टेंट लगाना बहुत महंगा होता था, अब हमने इसकी कीमत में 85 फीसदी की कटौती कर दी है। अब पैसे के अभाव में लोगों की दिल की बिमारी से जान नहीं जाएगी।

पीएम मोदी ने कहा कि यूपी की सरकार सिर्फ कुनबे के लिए चलती है इसलिए वो गरीबों की चिंता नहीं करती है। समाजवादी की बहू ने फूड प्रोसेसिंग का वादा किया था, लेकिन अभी तक यहां के लोग उपेक्षित हैं। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि यूपी का मतलब अप होता है, लेकिन यहां तो सबकुछ डॉउन है।

निर्धारित समय से कुछ देर में पहुंचे मोदी ने अपना भाषण शुरू करने से पहले समय से नहीं पहुंचने से लोगों से माफी मांगी तो जनता ने उनका स्‍वागत तालियां और नारों से किया। इस दौरान इलाके के आसपास की छतों पर भी बड़ी संख्‍या में प्रधानमंत्री को सुनने के लिए लोगे जुटे रहे।