आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अपहरण व हत्या के करीब दो महीने बाद भी कानपुर पुलिस संजीत यादव का शव बरामद नहीं कर सकी है। शुक्रवार को सपा मुख्यालय पर अखिलेश यादव से मुलाकात कर संजीत के परिजनों ने कानपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि अपहरण व हत्या के बाद आज तक कानपुर पुलिस संजीत का शव का नहीं बरामद कर सकी है, जबकि मामले की निष्पक्ष जांच करने में फेल कानपुर पुलिस अब उन लोगों को ही तरह-तरह से परेशान कर रही है।
अखिलेश से मिलने आज संजीत के पिता चमन सिंह, मां कुसमा देवी तथा बहन रूचि यादव लखनऊ पहुंचे थे। परिजनों ने अखिलेश से न्याय दिलाने की आस लगाते हुए कहा कि संजीत यादव का 22 जून को अपहरण हुआ था, जिसके बाद 26 जून को फिरौती मांगी गई, 28 जून को पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज किया। इस बीच उसकी हत्या भी हो गयी, लेकिन आज तक शव बरामद नहीं किया गया।
वहीं आज इस बारे में अखिलेश ने मीडिया से कहा कि संजीत यादव का अपहरण और हत्या की घटना दुखद है। पुलिस को ऐसा व्यवहार करना चाहिए, जिससे पीड़ित परिवार उस पर भरोसा कर सके। यह पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह पूरे घटनाक्रम का पता लगाए और शव बरामद करे।
यह भी पढ़ें- प्रियंका का योगी सरकार पर हमला, 30 लाख की फिरौती दिलवाने के बाद भी बेटे को नहीं छुड़ा सकी कानपुर पुलिस
पूर्व सीएम ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए भी कहा कि यह कैसी अमानवीय सरकार है कि एक परिवार के नौजवान सदस्य की हत्या के बाद उसका शव तक नहीं बरामद किया जा सका।
साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश हत्या प्रदेश बन गया है। बलिया में पत्रकार रतन सिंह की हत्या हुई, पीसीएस महिला अधिकारी की मौत हुई। वाराणसी में आज दो लोगों को गोली माकर हत्या कर दी गयी। बेखौफ अपराधी हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार की घटनाओं को अंजाम दे कर रहे हैं। सरकार इन पर लगाम लगाने में नकाम है।
यह भी पढ़ें- संजीत हत्याकांड में CM योगी की बड़ी कार्रवाई, IPS सहित चार पुलिस अधिकारी निलंबित
वहीं अखिलेश ने संजीत यादव के परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि दुख की इस घड़ी में वे पीड़ित परिवार के साथ हैं। परिवार को न्याय मिलना चाहिए। सरकार इस परिवार को 50 लाख रूपये की मदद दे तथा परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी भी दे। अखिलेश ने इस दौरान सपा की तरफ से संवेदना स्वरूप दो लाख रूपए परिवारीजनों को दिए।
इस अवसर पर सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी पूर्व कैबिनेट मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, जिलाध्यक्ष कानपुर महानगर डॉ. इमरान और सपा नेता सम्राट विकास भी मौजूद थे।