आरयू ब्यूरो, लखनऊ। 30 लाख की बदमाशों को फिरौती दिलाने के बाद भी कानपुर पुलिस संजीत यादव को नहीं बचा पाई है। अपहरण के एक महीने बाद बदमाशों के पकड़े जाने पर संजीत की हत्या होने का पता चलते ही जहां उसके परिजनों में कोहराम मचा है। वहीं विपक्ष ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए संजीत के परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की है।
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने शुक्रवार को इस मामले में ट्विट करते हुए यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि कानपुर से अपहृत इकलौते बेटे की मौत की खबर दुखद है। चेतावनी देने के बाद भी सरकार निष्क्रिय रही। अब सरकार 50 लाख का मुआवजा दे।
सपा अध्यक्ष ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए पूछा है कि, अब कहां है दिव्य-शक्ति सम्पन्न लोगों का भयोत्पादक प्रभा-मण्डल व उनकी ज्ञान-मण्डली। वहीं अखिलेश ने समाजवादी पार्टी की ओर से संजीत के परिजनों को पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता करने का भी सोशल मीडिया पर ऐलान किया है।
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दूसरी ओर प्रसपा (लोहिया) के संस्थापक व शिवपाल सिंह यादव ने भी आज संजीत हत्याकांड को लेकर ट्विट किया है। शिवपाल ने अपने ट्विट में लिखा है कि, कानपुर(बर्रा) से अपहृत युवक संजीत यादव की अपहरणकर्ताओं द्वारा निर्मम हत्या कर दी गई है। यूपी का शासन व पुलिस प्रशासन दोनों अपहरण के 31वें दिन तक इस मामले में अक्षम व निष्क्रिय साबित हुए हैं?
साथ ही उन्होंने मांग करते हुए आगे कहा कि यूपी सरकार मृतक के परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता व एक सदस्य को नौकरी प्रदान करे।