राजभवन में एकत्रित हुए कांग्रेस विधायक, गहलोत के समर्थन में लगाए नारे

राजभवन
राजभवन में प्रदर्शन करते कांग्रेस विधायक।

आरयू वेब टीम। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधानसभा का सत्र बुलाए जाने को लेकर अडिग हैं। इस सिलसिले में मुख्यमंत्री कांग्रेस के विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे और यहां राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की। मिली जानकारी के अनुसार राज्यपाल ने विधानसभा सत्र बुलाए जाने से इनकार किया है। जिसके विरोध में विधायकों ने राजभवन परिसर में नारेबाजी की।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि ‘ऊपर से दबाव’ के कारण राज्यपाल विधानसभा का सत्र नहीं बुला रहे हैं। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनके पास बहुमत है और विधानसभा में “दूध का दूध और पानी का पानी” हो जाएगा। गहलोत ने अपने समर्थक विधायकों के साथ राजभवन की ओर रवाना होने से पहले संवाददाताओं के समक्ष यह बात कही। गहलोत ने कहा, ”हमारा मानना है कि ऊपर से दबाव के कारण वह अभी विधानसभा सत्र बुलाने के लिए निर्देश नहीं दे रहे हैं। इस बात का हमें बहुत दुख है। जबकि हम सत्र बुलाना जाना चाहते हैं।”

यह भी पढ़ें- राजस्थान: CM गहलोत का शक्ति प्रदर्शन, सौ से अधिक विधायकों ने जताया भरोसा

उन्होंने कहा, ”कैबिनेट के फैसले के बाद हमने माननीय राज्यपाल महोदय को पत्र लिखकर आग्रह किया कि हम चाहते हैं कि विधानसभा का सत्र बुलाएं और वहां राजनीतिक हालात, कोरोना व लॉकडाउन के बाद के आर्थिक हालात पर चर्चा हो। हमें उम्मीद थी कि वह रात को ही विधानसभा सत्र बुलाने का आदेश जारी कर देंगे। रात भर इंतजार किया, लेकिन अभी तक उनका कोई जवाब नहीं आया।”

गहलोत ने कहा, ”हम विधानसभा सत्र बुलाने को तैयार हैं… अभी राज्यपाल से टेलीफोन पर बातचीत हुई मैंने फिर आग्रह किया कि आपका संवैधानिक पद है जिसकी बहुत गरिमा होती है उसके आधार पर अविलंब फैसला करें….विधानसभा सत्र हम सोमवार से शुरू करना चाहते हैं जहां ‘दूध का दूध पानी का पानी’ हो जाएगा। पूरा देश व प्रदेश देखेगा।”

यह भी पढ़ें- डिप्‍टी सीएम व प्रदेश अध्‍यक्ष पद से कांग्रेस ने कि पायलट की छुट्टी, दो मंत्री भी बर्खास्त