कोरोना काल में स्‍वतंत्रता दिवस मनाने के लिए केंद्र ने जारी की गाइडलाइन, जानें क्‍या होंगे नियम

स्‍वतंत्रता दिवस
प्रतीकात्मक फोटो।

आरयू वेब टीम। देश में हर्षोल्लास से मनाए जाने वाले स्वतंत्रता दिवस के रंग मे भी कोरोना वायरस ने भंग डाल दिया है। संक्रमण को देखते हुए 15 अगस्त को होने वाले कार्यक्रमों को लेकर केंद्र सरकार ने गाइडलाइन जारी की है। गृह मंत्रालय ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए एडवाइजरी में सभी सरकारी कार्यालयों, राज्यों, राज्यपालों आदि से कहा है कि वे सार्वजनिक समारोह करने से बचें और समारोहों के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें।

शुक्रवार को जारी गाइडलाइंस में निर्देश दिया गया है कि स्वतंत्रता दिवस मनाते समय बेसिक और जरूरी चीज सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए, मास्क पहनकर ही कोई कार्यक्रम हो, प्रॉपर तरीके से सेनिटाइजेशन की व्यवस्था हो। बड़ी भीड़ वाले कार्यक्रम करने से बचा जाए। साथ ही  कमजोर व्यक्तियों पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके अलावा कोरोना से बचाव से संबंधित सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए, जो समय-समय पर गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए हैं।

गृह मंत्रालय की ओर से राज्यों को जारी की गई गाइडलाइन में कहा गया है कि राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस नौ बजे के बाद मनाया जाए। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ध्वजारोहण करें, उसके बाद राष्ट्रीय गान, पुलिस, पैरा मिलिट्री, होम गार्ड्स, एनसीसी व स्काउट्स के माध्यम से गार्ड ऑफ ऑनर लिया जाए। साथ ही राज्य सरकारों को बड़ी संख्या में आने वाली मंडलियों को न बुलाने के निर्देश दिया गया है। मंत्रालय के आदेश हैं कि अगर कोरोना योद्धाओं को प्रोत्साहित करने के मकसद से उन्हें सम्मानित करना है, तो उन्हें  बुलाया जा सकता है।

इसमें मुख्यतः डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मचारी, सफाई कर्मचारी हो सकते हैं, जो कि अपनी जान को जोखिम में डालकर कोविड-19 को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं। ताकि कोरोना के खिलाफ जंग में उनके योगदान को सराहा जा सके। कोविड -19 संक्रमण से ठीक हुए कुछ व्यक्तियों को भी आमंत्रित किया जा सकता है। गाइडलाइन में ये भी कहा गया है कि तकनीक का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल हो। बड़े पैमाने पर लोगों तक इन कार्यक्रमों को पहुंचाने के लिए इवेंट वेब कास्ट किए जा सकते हैं।

इन्हीं बातों का जिला स्तर, तहसील स्तर और ग्राम पंचायत के स्तर पर खयाल रखना होगा। गाइडलाइंस में ये भी कहा गया है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि 15 अगस्त को राज्य में राजधानी, जिला, ब्लॉक और पंचायत स्तर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाए।

वहीं स्वतंत्रता दिवस के मौके पर होने वाले ‘ऐट होम रिसेप्शन’ को राज्यपाल, उपराज्यपाल के विवेक पर छोड़ा जाता है, फिर भी अगर इस तरह का कार्यक्रम आयोजित होता है, तो गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय की कोरोना से संबंधित गाइडलाइंस का पालन करना होगा।

इसके अलावा लालकिले पर होने वाले कार्यक्रम में सशस्त्रबलों और दिल्ली पुलिस की ओर से प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। राष्ट्रीय ध्वज फहराना, प्रधानमंत्री का भाषण के तुरंत बाद राष्ट्रगान और अंत में तिरंगे वाले गुब्बारे उड़ाना।

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वहीं स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रपति की ओर से होस्ट की जाने वाली पार्टी। स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े ऐतिहासिक महत्व के स्थानों पर पुलिस/ सैन्य बैंड की रिकॉर्डिंग बजाई जा सकती है। इसे बड़े स्क्रीन पर डिजिटल मीडिया के माध्यम से प्रदर्शित किया जा सकता है।

स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले अन्य कार्यक्रम किए जा सकते हैं। जैसे पौधे लगाना। इसके अलावा डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कविता, कहानी, क्विज, डिबेट कंपिटिशन कराए जा सकते हैं। वेबिनार का आयोजन किया जा सकता है। स्वतंत्रता दिवस मनाने के अन्य नवीन तरीकों पर विचार किया जा सकता है, जैसे डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के माध्यम से देशभक्ति या राष्ट्रीय एकता का संदेश। महत्वपूर्ण सार्वजनिक भवनों पर लाइट शो, बालकनियों में लोगों द्वारा राष्ट्रीय झंडे लहराना, आदि।