संजीत हत्याकांड में CM योगी की बड़ी कार्रवाई, IPS सहित चार पुलिस अधिकारी निलंबित

कानपुर अपहरण व हत्‍या
हत्या की जानकारी मिलने पर रोते-बिलखते परिजन व इनसेट में संजीत यादव। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। कानपुर में अपहरणकर्ताओं को 30 लाख की फिरौती देने के बाद भी लैब असिस्टेंट संजीत यादव की हत्‍या हो गई। जिसने योगी सरकार को विपक्ष के निशाने पर लाकर खड़ा कर दिया है। वहीं संजीत के अपहरण और हत्या के मामले में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की है।

मामले के सामने आने के बाद सीएम योगी ने आइपीएस अफसर व एएसपी कानपुर दक्षिण अपर्णा गुप्ता, तत्कालीन डिप्टी एसपी मनोज गुप्ता समेत चार अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही पूर्व इंस्‍पेक्‍टर बर्रा रणजीत राय और चौकी इंचार्ज राजेश कुमार को भी निलंबित कर दिया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि प्रदेश में बढ़ते क्राइम से सीएम योगी की हो रही किरकिरी से नाराज मुख्‍यमंत्री कई और अफसरों पर कार्रवाई कर सकते हैं।

गौरतलब है कि बर्रा के लैब टेक्नीशियन संजीत यादव की अपहरण के बाद हत्‍या हो गई है। हत्या अपहरण के चौथे दिन कर दी गई थी। गुरुवार रात दो बजे एसएसपी दिनेश कुमार पी ने हत्याकांड का खुलासा किया। बताया कि पनकी निवासी कुलदीप पूरे मामले का मांस्टमाइंड था, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्याकांड में शामिल कल्याणपुर की महिला और सचेंडी के दो युवक भी पकड़े गए हैं। अन्य फरार की तलाश में टीमें दबिश दे रही हैं।

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बता दें कि बर्रा पांच निवासी लैब टेक्नीशियन संजीत यादव 22 जून की देर शाम से लापता था। दो दिन तक संजीत का कोई सुराग न लगने पर परिजनों ने अपहरण की आशंका जताई। आरोप लगाया कि बेटी रुचि से शादी तोड़ने पर बर्रा विश्व बैंक कॉलोनी के राहुल यादव ने बेटे का अपहरण किया। पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्जकर आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल।

इस दौरान 29 जून को अपहृर्ताओं ने 30 लाख रुपए की फिरौती के लिए पहली बार कॉल की। आरोप है कि परिवार के जानकारी देने के बाद भी पुलिस का रवैया ढुलमुल रहा। 11 जुलाई तक अपहर्ताओं ने परिजनों को फिरौती के लिए 21 कॉल्स कीं। परिजनों ने पुलिस निगरानी में 13 जुलाई को फिरौती के 30 लाख रुपए गुजैनी पुल से फेंककर अपहृर्ताओं को दिए थे। अपहरणकर्ता रकम लेकर फरार हो गए, लेकिन पुलिस उन्‍हें पकड़ने में नाकाम हो गई।

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वहीं मामले के तूल पकड़ने पर अगले दिन एसएसपी ने इंस्पेक्टर रणजीत राय को निलंबित कर दिया और सर्विलांस सेल के प्रभारी हरमीत सिंह को बर्रा का चार्ज दिया। सर्विलांस, स्वॉट, क्राइम ब्रांच को मामले के खुलासे में लगाया गया। गुरुवार को दिनभर हत्या और चार अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी की जानकारी पुलिस छिपाए रही। मामले के सोशल मीडिया पर तूल पकड़ने पर देर रात दो बजे एसएसपी ने खुलासा किया।

बताया कि संजीत के साथ काम करने वाले पनकी निवासी कुलदीप ने अपहरण की साजिश रची थी। उसके साथ कल्याणपुर की महिला सहित सात लोग शामिल थे। कुलदीप, महिला और सचेंडी के दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में आरोपितों ने खुलासा किया कि 26 जून को ही संजीत की हत्याकर शव पांडु नदी में फेंक दिया था। पुलिस शव की तलाश कर रही है।