आरयू ब्यूरो
लखनऊ। सरकार बदलने के बाद भी एसएसपी मंजिल सैनी के मातहतों का न बदलना उन्हें भारी पड़ गया। शिकायतों के बाद आज सुबह आईजी ए सतीश गणेश ने डालीगंज स्थित एसएसपी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में आईजी को पीडि़तों की भीड़ तो जरूर मिली, लेकिन उनकी फरियाद सुनने वाले ही गायब थे।
यहां तक एसएसपी मंजिल सैनी, एसपीआरए समेत कई राजपत्रित अधिकारी भी नदारत थे। हर तरफ गंदगी, पीने के पानी सही व्यवस्था नहीं होने और फाइलों को बेतरतीब पड़ा देख आईजी का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा। देर से ऑफिस पहुंचने पर महिला एएसआई समेत बिना वर्दी के घूम रहे चार सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया।
यह भी पढ़े- SSP मैडम राजधानी में चल रही दोहरी पुलिसिंग, थानेदार नहीं दे रहे फरियादियों को पीली पर्ची
आईजी ने बताया कि 256 अधिकारियों और कर्मचारियों में से मात्र 58 ही समय पर काम करते मिले। जिन्हें रैंक के अनुसार पुरस्कृत किया जाएगा। जबकि गायब मिले 198 अधिकारी/कर्मचारी से स्पष्टीकरण लिया जाएगा। इस दौरान कार्यालय में मौजूद करीब दो दर्जन पीडि़तों की समस्या सुनने के बाद मातहतों को जल्द से जल्द आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
ट्रैफिक छोड़ दरोगा ले रहा था घूस, पकड़ा गया
एसएसपी कार्यालय के निरीक्षण के बाद 1090 चौराहे के पास आईजी ए सतीश गणेश ने ट्रैफिक एसआई रामप्रकाश को घूस लेते पकड़ लिया। इस दौरान आईजी के साथ डीआईजी प्रवीन कुमार भी थे। रामप्रकाश एक बाइक वाले के कागजात पूरे होने के बाद भी एक हजार रुपए के लिए धमका रहा था।
इस दौरान उसकी सहायता कर रहे होमगार्ड सतीश शुक्ला व दिनेश कुमार मिश्रा कर रहे थे। आईजी ने दारोगा को तत्तकाल निलंबित करने जबकि दोनों होमगार्ड को ट्रैफिक की ड्यूटी से हटाने का एसएसपी को निर्देश दिया।