आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। तीन दिनों पहले गुडंबा के कल्याणपुर सीमांतनगर स्थित एक घर में हुई किरण वर्मा (46) की हत्या का मंगलवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार करते हुए दावा किया है कि महिला कुछ फोटो व वीडियो वॉयरल करने की धमकी देकर पैसों के लिए आरोपित को ब्लैकमेल कर रही थी, जिससे तंग आकर उसने किरण की गला रेतकर हत्या कर दी।
आज इस बारे में प्रेसवार्ता करते हुए एसपीटीजी अमित कुमार ने मीडिया को बताया कि मंगलवार की सुबह इंस्पेक्टर गुडंबा रविंद्र नाथ राय को मुखबिर से सूचना मिली कि किरण वर्मा की हत्या करने वाला गोमतीनगर के सुलभ आवास निवासी अभय कुमार सिंह गोमतीनगर विस्तार में मौजूद है। जिसपर इंस्पेक्टर गुडंबा ने अपनी टीम के साथ घेराबंदी कर अभय को धर दबोचा।
आरोपित का दावा, पैसा लेने के बाद मुकर जाती थी किरण
इंस्पेक्टर गुडंबा के अनुसार पूछताछ में अभय ने कबूल किया है कि किरण वर्मा की एक रिश्तेदार से उसके दस साल से संबंध थे, जबकि उन दोनों के आपत्तिजनक फोटो व वीडियो किरण के मोबाइल में थे। जिसको वॉयरल करने की धमकी देकर किरण कई बार उससे अलग-अलग बहाने से पैसे ले चुकी थी। पैसा लेने से पहले किरण कहती कि वो फोटो वीडियो उसके सामने डिलीट कर देगी, लेकिन पैसा लेने के बाद मुकर जाती थी।
पहले मांगा फोटो-वीडियो, नहीं मिला तो मार डाला
रिश्तेदार से संबंध होने के चलते किरण के घर भी उसका आना-जाना लगा रहता था। शनिवार को उसे पता चला कि किरण घर में अकेली है, जिसके बाद वो बाइक से किरण के घर पहुंचा और उससे फोटो-वीडियो की मांग की, किरण ने इस दौरान भी उसे टालना चाहा, जिस पर गुस्से में आकर उसने पहले किरण का गला तार से कसा और फिर चाकू से गर्दन काटकर उसकी हत्या कर फरार हो गया।
बाइक व चाकू बरामद
वहीं घटना का खुलासा होने के बाद गुडंबा पुलिस ने अभय का नाम मुकदमें में जोड़ने के साथ ही उसकी निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल, चाकू व बाइक बरामद कर लिया है।
बताते चलें कि बीते शनिवार को सीमांतनगर में मकानों में बिजली फीटिंग का ठेका लेने वाले वीरेंद्र वर्मा की पत्नी किरण वर्मा की घर में ही गला रेतकर हत्या कर दी गयी थी। घटना के समय वीरेंद्र काम से बाराबंकी, उनका बेटा मूवी देखने, जबकि छोटी बेटी नीधि बड़ी बेटी के ससुराल उससे मिलने गयी थी। शाम को आशुतोष घर लौटा तो लोगों को हत्या की जानकारी हुई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस परिस्थितिजन्य साक्ष्यों को देखते शुरू से ही हत्या के पीछे किसी करीबी का ही हाथ होने का अंदेशा जता रही थी।