जासूसी कांड से चर्चा में आई पेगासस को बेचने की तैयारी में NSO

जासूसी कांड

आरयू इंटरनेशनल डेस्क। देश-विदेश के बड़े नेताओं, सिलेब्रेटी से लेकर बड़ी-बड़ी हस्तियों की जासूसी के आरोपों को लेकर सुर्खियों में रहने वाली इजरायली कंपनी पेगासस स्पाइवेयर एक बार फिर से चर्चा में है। लेकिन इस बार चर्चा की वजह कोई जासूसी से जुड़ा मामला नहीं बल्कि इसके बंद होने और बेचे जाने की खबरों की वजह है।

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने इन कदमों के बारे में कई निवेश फंडों के साथ बातचीत की है। जिनमें रिफाइनेंस करने या एकमुश्त बिक्री जैसी चर्चा शामिल है। ब्लूमबर्ग से नाम न प्रकाशित किए जाने की शर्त पर जानकारी देने वाले ने कहा कि संभावित नए मालिकों में दो अमेरिकी फंड शामिल हैं, जिन्होंने पेगासस को नियंत्रित करने और बंद करने पर चर्चा की है।

इम मामले के जानकारों की माने तो, पेगासस के पीछे की जानकारी को सख्ती से रक्षात्मक साइबर सुरक्षा सेवाओं में बदलने और इजराइली कंपनी की ड्रोन तकनीक विकसित करने के लिए 200 मिलियन निवेश पर भी चर्चा हुई है। हर्ज़लिया स्थित एनएसओ के एक प्रवक्ता ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

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बता दें कि पेगासस इजरायली कंपनी एनएसओ ग्रुप द्वारा विकसित एक स्पाइवेयर है। इसे बनाने वाली कंपनी एनएसओ का गठन 2009 में हुआ था और ये अति उन्नत निगरानी टूल बनाती है। इस स्पाइवेयर से फोन हैक होने के बाद यूजर को पता ही नहीं चलता।

ये डिवाइस को हैक कर व्हाट्सएप समेत तमाम जानकारियां हासिल करता है। इजरायल की एक फॉर्म द्वारा बनाया गया स्पाइवेयर अनेक देशों में महत्वपूर्ण व्यक्तियों के नाम की जासूसी से जुड़े पाए जाने के बाद सुर्खियों में रहा था। सोशल मीडिया से लेकर संसद तक इस मुद्दे की गूंज सुनाई दी थी।

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