आरयू ब्यूरो, लखनऊ/जौनपुर। कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से जौनपुर के जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) प्रवीण मणि त्रिपाठी की शुक्रवार को मौत हो गई। प्रवीण कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद उनका इलाज अस्पताल में चल रहा था। बताया जा रहा है कि इस बीच उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव भी आ गई थी।
पिछले 23 सितंबर को कार्यालय में ड्यूटी के दौरान ही उनके कोरोना संक्रमण की चपेट में आने की पुष्टि हुई थी। हल्का बुखार और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद गोरखपुर से उनकी पत्नी और परिवार के लोग भी जौनपुर आ गए थे। वहीं प्रवीण मणि की स्थिति को देखते हुए उन्हें वाराणसी के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी तबियत में काफी सुधार हो गया था। कोरोना की रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई थी। इसके बाद अचानक उनकी हालत बिगड़ती गई। शुक्रवार की सुबह प्रवीण ने अंतिम सांस ली। वह अपने पीछे पत्नी, एक बेटी और एक बेटा छोड़ गए हैं। प्रवीण के पिता रेलवे में क्लास वन अधिकारी थे। वह अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
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बता दें, जौनपुर में नौ महीने के कार्यकाल के दौरान डीआइओएस प्रवीण ने अनामिका शुक्ला फर्जी शिक्षकों के नेटवर्क से जुड़े जालसाज शिक्षकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए मुकदमा भी दर्ज करवाया था। मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले प्रवीण मणि त्रिपाठी इसके पहले राज्य मुख्यालय लखनऊ में तीन साल से अधिक तक बेसिक शिक्षा अधिकारी के रूप में तैनात थे। यूपी बोर्ड माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा से पहले एक फरवरी 2020 प्रवीण कानपुर देहात से प्रमोशन पाकर जौनपुर में डीआइओएस के रूप में नियुक्त हुए थे।