आरयू ब्यूरो, लखनऊ। आज तक पिछड़ों को अधूरा ही लाभ मिला है, जनगणना में सही से जातियों की भी गणना हो जाए तो हिंदु-मुस्लिम का झगड़ा ही समाप्त हो जाएगा और हर समाज की भागीदारी भी तय हो जाएगी, लेकिन भाजपा सरकार तो इसके आंकड़े ही सामने नहीं लाना चाहती है। ये बातें शुक्रवार को यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा मुख्यालय पर जननायक कर्पूरी ठाकुर की 96वीं जयंती के मौके पर उन्हें याद करते हुए कही।
…राजनीति में भाषा की ऐसी गिरावट चिंताजनक
अखिलेश ने भाजपा की प्रदेश व केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए आगे कहा कि देशभर में सीएए के खिलाफ जनता आंदोलनरत है। महिलाएं दिन-रात प्रदर्शन कर रही है, लेकिन भाजपा सरकारें संवेदनहीन बनीं हुई है। अखिलेश ने हमला जारी रखते हुए कहा कि भाजपा नेताओं की भाषा निहायत स्तरहीन है। कोई कहता है डंके की चोट पर, कोई कहता है बदला लेंगे, कोई जबान खींच लेने तो कोई ठोक दो बोल रहा है। राजनीति में भाषा में ऐसी गिरावट चिंताजनक है। समाजवादी ऐसी भाषा नहीं बोलते हैं। हम बड़े अस्पताल, बड़े शिक्षा संस्थान की बातें करते है, लेकिन भाजपा सरकार ने विकास नहीं किया इसलिए वह ध्यान बंटाने को तमाम आयोजनों पर करोड़ों रूपए फूंक रही है। धर्म-जाति के नाम पर फूट डाल रही।
सवाल करते हुए अखिलेश ने कहा गंगा यात्रा पर रथ निकालने का क्या मतलब है? करोड़ों रूपए गंगा की सफाई पर फूंक दिए, लेकिन गंगा आज भी मैली हैं। पांच साल से नमामि गंगे का नाटक हो रहा है। जब तक गंगा में मिलने वाली नदियां और काली नदी साफ नहीं होती तब तक गंगा साफ नहीं हो पाएगी।
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वही कर्पूरी ठाकुर पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि उन्होंने हमेशा गरीबों और पिछड़ों के सम्मान एवं अधिकारों की लड़ाई लड़ी। उनका बचपन घोर गरीबी में बीता इस कारण कर्पूरी ठाकुर विधायक और मंत्री रहते हुए अपना वेतन गरीबों के दुःख दर्द में बांट देते थे। उन्होंने राजनीति में अनेक लोगों को प्रेरित किया और पिछड़ों को जगाने का काम किया। उनके रास्ते पर चलकर ही हम आगे बढ़ सकते हैं। डॉ. लोहिया ने नारा दिया था- ‘सोशलिस्टों ने बांधी गांठ-सौ में पावें पिछड़े साठ‘ कर्पूरी ठाकुर ने इसे पूरा करने का भरसक प्रयास किया, लेकिन अभी भी पिछड़ों को न्याय नहीं मिला है।
अखिलेश ने इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार से किसान, नौजवान, व्यापारी, छात्र सभी परेशान हैं। किसान का न तो कर्ज माफ हुआ, नहीं आय दुगनी हुई फलस्वरूप वे आत्महत्या करने को मजबूर हैं। नौजवान बेरोजगारी से त्रस्त हैं। युवा आंदोलनरत है। सबको अपनी नागरिकता साबित करनी होगी।
काम ज्यादा, माइक पर कम रहें
अखिलेश ने सभी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे अपना ध्यान अब बूथ मजबूत करने पर लगाएं। बूथ स्तर पर ध्यान देने से ही सपा मजबूत होगी और आगे साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों में सपा की सरकार बनने का रास्ता सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा गांव-गांव घर-घर समाजवादी सरकार के कामों की जानकारी दें और लोगों के दुःख दर्द में शामिल रहे। सपा अध्यक्ष कार्यकर्ताओं को मंत्र दिया कि “काम ज्यादा, माइक पर कम रहें।”
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कर्पूरी ठाकुर को आज श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व मंत्री मनोज पांडेय तथा एसआरएस यादव, जगजीवन प्रसाद, अरविंन्द कुमार सिंह, उदयवीर सिंह शामिल रहें। इस दौरान सपा नेता प्रदीप तिवारी, सुशील दीक्षित, विनोद सविता, आलोक त्रिपाठी, संजय सविता विद्यार्थी, अखिलेश पटेल, सुभाष यादव समेत सपा के सैकड़ों कार्यकर्ता भी मौजूद रहें।