आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। एक ओर लखनऊ विकास प्राधिकरण, कानून-व्यवस्था संभालने वाले पुलिस महकमे समेत अन्य विभागों में योगी आदित्यनाथ के निर्देशों को किनारे करते हुए जोड़-जुगाड़ के दम भ्रष्ट अफसर इंजीनियरों के कुर्सी बचाने की बात सामने आ रही है तो वहीं दूसरी ओर आज भाजपा ने दावा किया है कि योगी सरकार जनता की समस्याओं से मुंह मोड़ने वाले और शिकायत मिलने पर भ्रष्ट अफसरों पर कार्रवाई कर रही है। हालांकि कुछ मामले में भाजपा का यह दावा सही भी है।
मुख्यालय पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चन्द्रमोहन ने पत्रकारों से कहा कि योगी सरकार को जनता के सरोकारों का अहसास है और इसमें किसी भी प्रकार की कोताही न बरतने को संकल्पित हैं। यही वजह है कि मुख्यमंत्री ने उन अधिकारियों को हटाया है जो जनता की शिकायतों का सही ढंग से निस्तारण नहीं कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा जनता को भ्रष्टाचार मुक्त, और ‘सबका साथ-सबका विकास’ के मूलमंत्र वाला प्रशासन देने की है। इस दिशा में लगातार कार्य चल रहा है और अच्छे अधिकारियों को उचित पदों पर तैनाती कर प्रदेश में एक पक्षपातमुक्त शासन देने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं योगी आदित्यनाथ खुद भी जिलों में जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए बने सिस्टम की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
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डा0 चन्द्रमोहन ने यह भी दावा किया कि सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में ढिलाई करने वाले अफसरों पर भी कार्रवाई की जा रही है। इन फैसलों से प्रदेश की जनता में एक विश्वास का माहौल बना है। यही विश्वास का माहौल प्रदेश को ‘वाइब्रेंट यूपी’ की ओर ले जाएगा और जल्द ही यूपी देश के अग्रणी राज्यों में दिखाई पड़ेगा।
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