कांग्रेस की नवगठित कार्यसमिति में सोनिया के निशाने पर रहे PM, कहा खतरनाक शासन से बचाना होगा देश

खतरनाक शासन
कार्यसमिति में बोलती सोनिया साथ में राहुल गांधी व मनमोहन सिंह।

आरयू वेब टीम। 

नवगठित कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि देश की जनता को उस ‘खतरनाक शासन’ से बचाना होगा है जो भारत के लोकतंत्र को संकट में डाल रहा है।

इस दौरान सोनिया ने भारत के वंचितों और गरीबों पर ‘निराशा और डर के शासन’ को लेकर लोगों को आगाह किया। कांग्रेस की पूर्व अध्‍यक्ष ने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा नरेंद्र मोदी की बयानबाजी उनकी इस ‘हताशा’ को दिखाती है कि मोदी सरकार के जाने की ‘उलटी गिनती’ शुरू हो गयी है।

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वहीं गठबंधन पर बोलते हुए सोनिया ने कहा कि हम गठबंधन करने और उसे सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस प्रयास में हम सभी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ हैं।‘‘ हमें खतरनाक शासन से लोगों को बचाना होगा जो भारत के लोकतंत्र को संकट में डाल रहा है।’

जुमलेबाजी से नहीं चलेगा काम अर्थव्‍यवस्‍था पर देना होगा ध्‍यान: मनमोहन सिंह

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल के नेतृत्व में आज नवगठित कांग्रेस कार्यसमिति की पहली बैठक में बोलते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, “मैं राहुल गांधी जी को आश्‍वासन देता हूं कि हम देश के सद्भाव और आर्थिक विकास को बहाल करने के कार्य में हम पूरी तरह से उनका समर्थन करेंगे।

”मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि सिर्फ जुमलों से काम नहीं चलेगा, पीएम को देश की अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अहम फैसले लेने पड़ेंगे और इसके लिए नीति बनानी पड़ेगी। साथ ही उन्‍होंने कहा कि देश में 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के सरकार के दावों के लिए 14 फीसदी कृषि विकास दर की आवश्यकता होगी, जो कहीं नहीं दिखाई दे रही है।

बता दें कि कि कांग्रेस कार्यसमिति कांग्रेस पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई है, जिसमें राहुल गांधी ने अनुभवी और युवा नेताओं के बीच संतुलन बनाने का प्रयास किया है। सीडब्ल्यूसी में 23 सदस्य, 18 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 10 आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं। राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कार्य समिति में कई ऐसे नेताओं को जगह नहीं मिली है जो सोनिया गांधी की अध्यक्षता के दौरान कार्य समिति के अहम सदस्य हुआ करते थे।

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