असम में दिखा प्रियंका गांधी का अलग अंदाज, चाय बागान की महिलाओं के साथ तोड़ी पत्तियां, देखें तस्वीरें

असम में प्रियंका

आरयू वेब टीम। असम में कांग्रेस विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी हुई है। वहीं इस बीच असम पहुंचीं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार को साधारु में चाय बागान के कर्मचारियों के साथ चाय की पत्तियां तोड़ी और महिलाओं का हाल जाना। प्रियंका के असम दौरे का आज दूसरा दिन है।

प्रियंका गांधी ने आज सदरु चाय एस्टेट में महिला मजदूरों के साथ बातचीत भी की और उनके द्वारा किए जा रहे कामों के अनुभव को साझा किया। यहां उनका अलग अंदाज दिखा। प्रियंका के साथ ही कांग्रेस नेता ने पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ बिश्वनाथ में सद्गुरू के चाय बागान में चाय की पत्तियों को तोड़ा। वे यहां सिर पर टोकरी लेकर मजदूरों की तरह चाय की पत्तियां तोड़ती हुईं नजर आईं। वहीं अपने बीच प्रियंका को पाकर स्‍थानीय महिलाएं भी बेहद खुश नजर आयीं।

सच्चाई एवं सादगी से भरा है चाय बागान के श्रमिकों का जीवन

वहीं इस दिलचस्‍प मुलाकात के बाद प्रियंका ने कुछ तस्‍वीरें ट्विट करते हुए अपना अनुभव साधा किया। उन्‍होंने कहा कि चाय बागान के श्रमिकों का जीवन सच्चाई एवं सादगी से भरा हुआ है एवं उनका श्रम देश के लिए बहुमूल्य है।

प्रेम और आत्मीयता नहीं भूलूंगी

आज उनके साथ बैठकर उनके कामकाज, घर-परिवार का हालचाल जाना और उनके जीवन की कठिनाइयों को महसूस किया। उनसे मिला प्रेम और ये आत्मीयता नहीं भूलूंगी।

बता दें कि असम में चाय बागान के मजदूरों का मुद्दा बड़ा रहता है। ऐसे में प्रियंका गांधी उनकी समस्‍याएं जानकर पार्टी के पक्ष में करने की कोशिश कर रही हैं।

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इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने असम का दौरा किया था और एक रैली को संबोधित किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को कांग्रेस पार्टी की तरफ से मुख्य एजेंडा के रूप में रेखांकित किया जाएगा।

बता दें कि असम की 126 सीटों के लिए 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को तीन चरणो में मतदान होगा। दो मई को चुनावों के नतीजे घोषित होंगे। वर्तमान में यहां एनडीए की सरकार है और सर्वानंद सोनोवाल मुख्यमंत्री हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी 89 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसने 60 सीटें जीती थीं।

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वहीं असम गण परिषद ने 30 सीटों पर चुनाव लड़कर 14 सीटें और बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट ने 13 सीटों पर चुनाव लड़कर 12 जीती थीं। इस चुनाव में कांग्रेस ने 122 सीटों पर चुनाव लड़ा था और सिर्फ 26 सीटों पर कब्जा किया था। यहां बहुमत के लिए 64 सीटें चाहिए।