आरयू ब्यूरो,लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में मानसून और फसल बुआई की स्थिति की समीक्षा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। सीएम ने ऐलान किया कि किसानों के हितों का ध्यान में रखते हुए ज्यादा सहायता दिए जाने की जरूरत है, इसलिए बकाये के कारण किसानों के ट्यूबवेल बिजली कनेक्शन नहीं काटे जाएं।
योगी ने कहा पॉवर कॉर्पोरेशन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बढ़ाई जाए। कम बारिश की वजह से किसानों के सामने आई चुनौतियों के बीच एक-एक किसान का हित सुरक्षित रखा जाएगा। किसानों को हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी।
साथ ही ट्यूबवेल की तकनीकी खराबी को हर हाल में 24 से 36 घंटे के भीतर ठीक करा दिया जाए। इसे प्राथमिकता के तौर पर किया जाना चाहिए। जहां ट्यूबवेल पर निर्भरता ज्यादा है, वहां सौर पैनल लगाया जाना चाहिए।
इसके अलावा प्रदेश में बारिश की स्थिति, फसल बोआई की सही स्थिति की विस्तृत रिपोर्ट अगले तीन दिन के भीतर भारत सरकार को भेजी जाए। इस साल 20 अगस्त तक प्रदेश में कुल 284 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो 2021 में हुई 504.10 मिमी और 2020 में हुई 520.3 मिमी वर्षा के मुकाबले कम है। केवल चित्रकूट ऐसा जिला रहा जहां सामान्य (120 प्रतिशत से अधिक) वर्षा हुई। सामान्य वर्षा न होने के कारण खरीफ फसलों की बोआई का काम प्रभावित हुआ है, हालांकि 19 जुलाई के बाद हुई बरसात से स्थिति में काफी सुधार हुआ है।
सीएम योगी ने कहा कि कम बारिश की वजह से कई क्षेत्रों में धान की पैदावार पर बुरा असर पड़ने की आशंका है। वर्तमान परिस्थितियों के बीच सब्जी की खेती को प्रोत्साहित करना बेहतर विकल्प हो सकता है। इसलिए तोर के बीज का वितरण कराया जाना सही होगा। इस काम में कृषि विज्ञान केंद्रों की भूमिका अहम होगी। किसानों को वैकल्पिक खेती के बारे में जागरूक किया जाए।
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योगी ने आगे कहा कि किसानों को मौसम की सही जानकारी देने के लिए राज्य स्तर पर पोर्टल विकसित किया जाए। इसी तरह, फसल बुवाई की विस्तृत जानकारी के लिए डेटा बैंक तैयार किया जाए। किसान की उन्नति के लिए नीति-निर्धारण में यह डेटा बैंक उपयोगी साबित होगा। इसके अलावा बाढ़/अतिवृष्टि की स्थिति पर नजर रखी जाए। प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ/पीएसी तथा आपदा प्रबंधन टीमों को 24 घंटे एक्टिव मोड में रहें।