आरयू ब्यूरो,लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासत तेज हो गई है। बीते दिनों सपा मुखिया अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी में गेहूं खरीद के मुद्दे पर सवाल खड़ाकर योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा था।
अखिलेश यादव ने योगी सरकार से यूपी में हुई गेहूं खरीद को लेकर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की थी। अब इस मुद्दे पर यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने गेहूं और खरीद से जुड़ा श्वेत पत्र जारी कर बताया कि योगी सरकार में सपा-बसपा के दस वर्ष के कार्यकाल से कई गुना अधिक गेहूं, धान और गन्ने की खरीद की गई। कृषि मंत्री ने कहा कि सपा-कांग्रेस के नेता ड्रॉइंग रूम से बैठकर सिर्फ ट्विटर पर राजनीति न करें। उन्होंने सूरज को दिया दिखाने का भी काम न करने की नसीहत दे दी है।
राजधानी लखनऊ स्थित लोकभवन में प्रेस कांफ्रेस करते हुए उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा, ‘सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका किसानों को लेकर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। अखिलेश यादव ने यूपी में हो रही गेहूं खरीद पर योगी सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की थी, जिसको लेकर हम कुछ तथ्य रख रहे हैं, इस वर्ष यूपी में 12 लाख 88 हजार 461 किसानों से रिकार्ड 56 लाख 11 हजार 422 मैट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीद की गई है।’
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आगे कहा, ‘ड्रॉइंग रूम में बैठकर ट्विटर पर राजनीति करने वालों को धरातल पर भी देखना चाहिए। योगी सरकार ने 4 वर्षों में 46 लाख 38 हजार 828 किसानों से 218 लाख 86 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की है, जबकि कांग्रेस का समर्थन प्राप्त सपा-बसपा की संयुक्त सरकार के दस वर्ष के कार्यकाल में सिर्फ 231 लाख सात हजार मीट्रिक टन ही गेंहू खरीद गया है। ऐसे में उनके अनाज खरीद के मामले में उनके 10 साल के कार्यकाल पर योगी सरकार के चार साल भारी है।’
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सूर्य प्रताप ने कहा, ‘वे श्वेत पत्र की मांग कर रहे थे, इसलिये आज मैं इन तथ्यों को उजागर कर रहा हूं। योगी सरकार ने जहां अपने 4 वर्ष के कार्यकाल में 214 लाख 56 हजार मीट्रिक टन धान की खरीद की है। वहीं सपा-बसपा दोनों के 10 वर्ष के कार्यकाल में 238 लाख 49 हजार मीट्रिक टन ही धान की खरीद हुई थी। ऐसे में योगी सरकार के किसान विरोधी बताने वालों को ये आंकड़े ही जवाब दे रहे हैं कि किसानों की कमर किस सरकार ने तोड़ी थी? जिनके चेहरों पर ब्लैक स्पॉट है आज वो व्हाइट पेपर की बात कर रहे हैं।’
इस दौरान कृषि मंत्री ने योगी सरकार में हुई गन्ने का खरीद का भी ब्यौरा पेश किया। कृषि मंत्री ने योगी सरकार द्वारा 4 वर्ष में एक लाख 37 हजार 820 करोड रूपये का गन्ना भुगतान किये जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सपा सरकार में महज 95 हजार 215 करोड़ का भुगतान हुआ। उन्होंने योगी सरकार द्वारा सपा सरकार से करीब 42 हजार करोड़ अधिक गन्ना भुगतान किये जाने की दावा किया। साथ ही प्रियंका और अखिलेश पर निशाना साधते हुए उनके द्वारा सूरज को दिया दिखाने का काम किये जाने की बात कही।
अंत में कृषि मंत्री ने कहा, ‘अखिलेश सरकार में करीब सात लाख 78 हजार मीट्रिक टन खाद्यान की एमएसपी पर खरीद की गई थी, जबकि योगी सरकार ने आठ गुना अधिक करीब 56 लाख मीट्रिक टन से भी अधिक गेंहूं एमएसपी पर खरीदने का काम किया है। कांग्रेस के लोग ड्राइंग रूम से अपनी पार्टी चला रहे हैं, जो बीते दो वर्ष से अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को न चुन पाने के चलते कार्यवाहक स्टेपनी के रूप में अपनी पार्टी चला रहे हैं। वो कम से कम सूरज को दिया दिखाने का काम न करें।’