कूनो नेशनल पार्क में दो महीने में तीसरे चीते की मौत, संघर्ष में मादा चीता धीरा ने तोड़ा दम

तीसरे चीते की मौत
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। कूनो नेशनल पार्क में लाई गई एक अन्य दक्षिण अफ्रीकी मादा चीता धीरा की मंगलवार को लड़ाई में मौत हो गई। सरकार की चीता संरक्षण परियोजना को एक और झटका देते हुए कुनो में दक्षिण अफ्रीका के चीते की दो महीने में यह तीसरी मौत है।

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रिपोर्ट की माने तो दक्षिण अफ्रीका से आए चीता धारा का कूनो राष्ट्रीय उद्यान के अंदर एक अन्य चीता से लड़ाई हो गई थी, जिसमें उसकी जान चली गई है। मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में अप्रैल में दक्षिण अफ्रीकी चीता उदय की मौत हुई थी। नर चीता उदय का पोस्टमॉर्टम करने वाले पशु चिकित्सकों की जांच के अनुसार उसकी मौत दिल व फेफड़ों के काम बंद करने के कारण हुई। चीता के फेफड़ों और दिल पर बीमारी से संबंधित धब्बे मिले हैं।

उन्होंने बताया कि उन्हें आशंका है कि एक हिरण का शिकार करने के बाद चीता काफी थक गया जो‘ कार्डियो पल्मनेरी फेलियर’ की वजहों में से एक है।

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गौरतलब है कि केएनपी में करीब एक महीने में इस तरह की यह तीसरी घटना हुई। इससे पहले नामीबिया से केएनपी में लाये गये आठ चीतों में से साशा नाम के चीते की 27 मार्च को गुर्दे की बीमारी के कारण मौत हो गई थी। इस तरह नामीबिया व दक्षिण अफ्रीका से केएनपी में लाये गये कुल 20 चीतों की संख्या अब घटकर 17 हो गई है। हालांकि, सियाया नाम के एक अन्य चीता ने हाल ही में केएनपी में चार शावकों को जन्म दिया।

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