आरयू वेब टीम। आप सेना के जवान ही नहीं, आप भारत की शान हैं। आपके काम पर पूरे देश को नाज है। आज आपसे मिल कर खुशी है तो जवानों की शहादत का गम भी है। ‘भारत जवानों की शाहदत को भूलेगा नहीं। प्रधानमंत्री ने भी कहा है कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। मैं शीश झुकाकर आपके मां-बाप की वंदना करता हूं। आपने सिर्फ सीमा की सुरक्षा ही नहीं की, आपने भारत के 130 करोड़ भारतीयों की सुरक्षा की है। आप सब कुछ बर्दाश्त कर सकते हैं, लेकिन अपने स्वाभिमान पर चोट नहीं बर्दाश्त कर सकते। यदि कोई चोट पहुंचाने की कोशिश करेगा तो उसे मुंहतोड़ जवाब देंगे।
उक्त बातें शुक्रवार को लेह और जम्मू-कश्मीर की दो दिवसीय यात्रा पर गए भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख में जवानों को संबोधित कर कही। उन्होंने कहा, ‘यहां मौजूद सभी बहादुर जवानों, ये मेरा सौभाग्य है कि आपके दर्शन करने का मौका मिला। राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘हाल ही में पीपी14 पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के दौरान हमारे कुछ जवान शहीद हो गए। मैं यहां आप सभी से मिलकर खुश हूं, लेकिन उनकी शहादत से दुखी भी हूं। मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
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रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि सीमा विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत जारी है, लेकिन इसका कहां तक हल निकल सकता है इसकी मैं गारंटी नहीं दे सकता। लेकिन मैं आपको इतना जरूर आश्वस्त कर सकता हूं कि दुनिया की कोई भी ताकत हमारी एक इंच भी जमीन हमसे नहीं ले सकती है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बातचीत से विवाद को सुलझा लिया जाता है तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि ‘सबसे बड़ा स्वाभिमान होता है राष्ट्रीय स्वाभिमान। हमारे राष्ट्र की सीमाओं पर अगर कोई आंख उठाकर देखने की कोशिश करता है तो हमारा राष्ट्रीय स्वाभिमान जाग उठता है। भारत स्वाभिमान से समझौता नहीं करेगा। यदि कोई चोट पहुंचाने की कोशिश करेगा तो उसे मुंहतोड़ जवाब देंगे। आप सभी पर पूरे देश को नाज है। आप सभी लोगों पर पूरे देश को भरोसा है। आपलोगों के बीच मैं खुद को गौरवान्वित महसूस करता हूं।’ इतना ही नहीं रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि ‘भारत की एक इंच जमीन कोई छू नहीं सकता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सशक्त है। उसे कोई छू भी नहीं सकता।’
इस दौरान राजनाथ सिंह ने लुकांग में बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के साथ भारतीय सेना और आइटीबीपी के जवानों के साथ बातचीत की। यहां उन्होंने जवानों को मिठाईयां भी खिलाई।