आरयू वेब टीम। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी और पूर्व ओएसडी भोला यादव को केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआइ) ने गिरफ्तार कर लिया है। बहादुरपुर के पूर्व विधायक भोला यादव के घर समेत चार जगहों पर सीबीआइ की टीम ने रेलवे भर्ती घोटाला मामले में बुधवार 27 जुलाई की सुबह छापेमारी की।
भोला यादव के पटना और दरभंगा स्थित घरों पर सीबीआइ की टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया, हालांकि सीबीआइ ने भोला यादव को दिल्ली में गिरफ्तार किया है। खबर है कि भोला यादव को आज दिल्ली की राउज एवन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि पूर्व विधायक के गंज स्थित आवास पर सीबीआइ की टीम सुबह छह बजे पहुंची थी। कमरा बंद पाए जाने पर केयर टेकर से चाबी मांगी गई। केयर टेकर प्रशांत ने फिर आरजेडी कार्यकर्ता ललित यादव को बुलाया और उन्होंने मकान का चाबी उपलब्ध कराई।
इसके बाद पांच सदस्यीय टीम ने बारी-बारी से सभी कमरों की तलाशी ली, लेकिन वहां कुछ भी नहीं मिला। लगभग दो घंटे तक चली छापेमारी के बाद सीबीआइ के अधिकारी ने दो प्रति में एक कागजात को तैयार किया। जिसकी एक कापी भोला यादव के कार्यकर्ता को उपलब्ध कराने के बाद आठ बजे टीम वापस हो गई।
बता दें कि भोला आरजेडी के पूर्व विधायक और विधान पार्षद रहे हैं। भोला यादव साल 2015 में दरभंगा के बहादुरपुर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। फिर साल 2020 के विधानसभा चुनाव में हायाघाट से आरजेडी ने उन्हें टिकट दिया, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। कहा जाता है कि भोला यादव लालू यादव के काफी करीबी हैं। लालू यादव के बीमार होने के बाद वह उनके साथ रहकर उनकी तीमारदारी करते रहे हैं।
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गौरतलब है कि हाल ही में रेलवे भर्ती घोटाला मामले में सीबीआइ ने लालू प्रसाद यादव लालू और उनके परिवार से जुड़ी दिल्ली और बिहार की 17 जगहों पर छापे मारे थे। साथ ही लालू यादव और उनकी बेटी के खिलाफ भ्रष्टाचार का नया मामला दर्ज किया था। वहीं भोला यादव की गिरफ्तारी भी रेलवे भर्ती घोटाले से जुड़ा है। भोला यादव साल 2004 से 2009 तक लालू यादव के ओएसडी थे। इसी दौरान लालू यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे। आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते जॉब लगवाने के बदले में जमीन और प्लॉट लिए गए थे।