आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। जमीन के मुआवजे समेत अन्य मांगों को लेकर गोमतीनगर स्थित लखनऊ विकास प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर तीन दिनों से प्रदर्शन कर रहे किसानों का सब्र आज जवाब दे गया। अपरान्ह करीब चार बजे सैकड़ों की संख्या में महिलाओं समेत किसान मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पैदल ही कूंच कर गए। करीब पांच सौ किसानों के पांच कालीदास स्थित मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए निकलने की जानकारी लगते ही पुलिस-प्रशासन के साथ ही एलडीए के अफसरों में भी हड़कंप मच गया।
कुछ ही देर में 1090 चौराहे के पास गोमतीनगर, हजरतगंज, विभूतिखण्ड व गौतमपल्ली थाने की पुलिस ने बैरिकेटिंग कर किसानों को रोक दिया। वहीं जानकारी लगते ही एएसपी नार्थ अनुराग वत्स, एलडीए के नजूल अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा समेत प्रशासन व एलआईयू के अफसर आनन-फानन में 1090 चौराहे पहुंचकर किसानों को मनाने में लग गए।
किसानों का कहना था कि अपने हक के लिए 30 सालों के इंताजार के बाद पिछले तीन दिनों से एलडीए कार्यलय के बाहर प्रदर्शन कर रहे है, लेकिन एलडीए अपनी ही बोर्ड बैठक में पास किसानों के मुआवजे की बात को पूरा नहीं कर रहा है। जबकि एलडीए की वादाखिलाफी के चलते आज उनके घरों की महिलाओं को दूसरे के घरों में बर्तन मांजना पड़ रहा है। इन सबके बावजूद एलडीए के अधिकारियों को अपने एसी के कमरों से निकलकर किसानों से बात करने की भी फुर्सत नहीं है। इससे पहले भी एलडीए के सक्षम अधिकारी किसानों से मिलने में कतराते रहे हैं। इन हालात में अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही उनकी समस्या हल कर सकते हैं।
हालांकि करीब दो घंटे की बातचीत व एएसपी नार्थ और एलडीए के नजूल अधिकारी के समझाने पर किसान किसी तरह से वापस लौटें। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रवादी के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम सिंह यादव ने बताया कि गुरुवार को दोपहर तीन बजे एलडीए उपाध्यक्ष ने किसानों से मीटिंग का समय दिया है। अगर कल भी बातचीत से हल नहीं निकला तो किसान बड़ें स्तर पर आंदोलन करेंगे।
यह भी पढ़ें- LDA: नक्शा पास करने के लिए नगर नियोजक और जेई ने मांगे दस हजार, सचिव ने शुरू कराई जांच