आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लंबे अर्से से मोहान रोड योजना व प्रबंध नगर योजना शुरू करने में नाकाम लखनऊ विकास प्राधिकरण ने शुक्रवार को एक बार फिर मीडिया के सामने दावा किया है कि वह जल्द ही इन योजनाओें को शुरू कर देगा। इतना ही नहीं वह सुल्तानपुर रोड पर वेलनेस सिटी और आइटी सिटी जैसी योजनाओं को न सिर्फ शुरू करेगा, बल्कि जनता को इन चारों ही योजनाओं में वर्ल्ड क्लास सुविधाएं भी मुहैया कराएगा।
जनता व शासन को रिझाने वाले इस तरह के बड़े-बड़े दावे तब किए गए हैं, जब एलडीए पारिजात, पंचशील, सृष्टि समेत अन्य अपार्टमेंट से लेकर प्रधानमंत्री आवास योजना तक के आवंटियों से किए गए अपने वादे नहीं पूरा कर पा रहा है। अपार्टमेंट व फ्लैट में सीलन, लीकेज समेत अन्य समस्याओं को लेकर आवंटी जनता अदालत से लेकर एलडीए अफसरों के चक्कर काट रहें हैं।
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दो साल से एलडीए में तैनात उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी ने आज एक प्रेस नोट जारी कराते हुए कहा है कि जल्द ही राजधानी को चार नयी आवासीय योजनाओं की सौगात मिलेगी। इसके लिए एलडीए ने पूरा खाका तैयार कर लिया है। इसके तहत सुल्तानपुर रोड पर वेलनेस सिटी, आइटी सिटी, मोहान रोड पर एजुकेशनल सिटी (मोहान रोड योजना) व आइआइएम रोड पर प्रबंध नगर योजना विकसित की जाएगी। ये कालोनियां विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस होंगी और यहां सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, शिक्षण संस्थान, ग्रुप हाउसिंग, मॉल, होटल, मनोरंजन केंद्र, इन्डस्ट्रियल एरिया आदि के साथ ही विस्तृत क्षेत्रफल में ग्रीनरी और वाटर बॉडी होगी।
वीसी के अनुसार एलडीए अध्यक्ष/मंडलायुक्त रोशन जैकब ने इन योजनाओं के लिए जमीन जुटाने के प्रस्ताव को प्रारम्भिक मंजूरी दे दी है। इन चार योजनाओं में से मोहान रोड योजना के आंतरिक विकास के लिए पहले चरण में 225 करोड़ रूपये का टेंडर भी जारी कर दिया गया है। जिससे योजना में सड़क, सीवर, जलापूर्ति, विद्युतिकरण, ड्रेनेज व अन्य काम कराया जाएगा।
इंद्रमणि त्रिपाठी की मानें तो प्यारेपुर व कलियाखेड़ा गांव की जमीन पर विकसित की जा रही मोहान रोड योजना के मुआवजे के संबंध में एलडीए ने प्रस्ताव तैयार करा लिया है, जिस पर आगामी बोर्ड बैठक में फैसला लिया जाएगा।
उपाध्यक्ष ने बताया कि इसके अलावा वेलनेस सिटी व आइटी सिटी के लिए लैंड बैंक तैयार करने को लेकर भी तेजी से काम चल रहा। इसके लिए मुआवजे की दरें निर्धारित कर दी गयी है और किसानों से समझौते, भू-अधिग्रहण व लैंड पूलिंग के आधार पर जमीन जुटायी जाएगी।
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मीडिया के लिए जारी अपने एक विस्तृत बयान में इंद्रमणि त्रिपाठी ने आज यह भी दावा किया कि प्रबंध नगर योजना के संबंध में एलडीए स्तर से किसानों के साथ बात चल रही। जल्द ही दोनों पक्षों की सहमति के आधार पर समस्त वादों का निस्तारण कराकर योजना में विकास कार्य शुरू कराया जाएगा।
इसके साथ ही प्यारेपुर व कलिया खेड़ा गांव की 785.02 एकड़ अर्जित जमीन पर 1544 करोड़ रूपये की लागत से मोहान रोड योजना का विकास किया जाएगा। इसे चंडीगढ़/पंचकुला की तरह ग्रिड पैटर्न पर विकसित किया जाएगा। योजना में 74.25 एकड़ क्षेत्रफल में एजुकेशनल सिटी और 42 एकड़ भूमि पर सेंट्रल पार्क बनाया जाएगा, जबकि लगभग 45,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में वाटर बॉडी होगी। इस योजना में कुल आठ सेक्टर बनाये जाएंगे, हर सेक्टर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, सेक्टोरल शॉपिंग सेंटर व वेंडरों के लिए अलग से जगह का प्रावधान होगा।
साथ ही सभी बड़े चौराहों पर रोटरी विकसित की जाएगी, जिसमें बायीं ओर मुड़ने वाले ट्रैफिक को फ्री-पास दिया जाएगा। योजना में 112.50 वर्ग मीटर से 450 वर्ग मीटर के कुल 2532 आवासीय प्लॉट के साथ ग्रुप हाउसिंग के बड़े प्लॉट भी काटे जाएंगे।
1474 एकड़ में बनेगी वेलनेस सिटी
वहीं वेलनेस सिटी के बारे में जानकारी देते हुए वीसी ने पत्रकारों से कहा है कि सुल्तानपुर रोड ग्राम बक्कास, चैरहिया, चैरासी, मलूकपुर, दुलारमऊ व नूरपुर बेहटा की लगभग 1474 एकड़ जमीन पर वेलनेस सिटी लायी जाएगी। उपाध्यक्ष की मानें तो इसे मेडी सिटी की तरह विकसित किया जाएगा, जहां सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज, डायग्नोस्टिक सेंटर के साथ विपासना केंद्र व मेडिटेशन सेंटर आदि होंगे।
साथ ही शहर के व्यस्ततम बाजार में शुमार अमीनाबाद की मेडीसिन मार्केट को भी वेलनेस सिटी में स्थानांतरित किया जाएगा, जिसके लिए अलग से प्लॉट नियोजित किये गये हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से सिर्फ आधा किलोमीटर दूर प्रस्तावित इस योजना में ट्रैफिक बिना रूके चलता रहे, इसके लिए 60 मीटर से 24 मीटर चौड़ी सड़कें विकसित की जाएंगी। योजना में सप्त ऋषियों के नाम से सात सेक्टर बनाये जाएंगे, जिनमें 112.50 वर्ग मीटर से 450 वर्ग मीटर के कुल 2935 आवासीय प्लॉट के साथ ही ग्रुप हाउसिंग व व्यावसायिक उपयोग के बड़े प्लॉट नियोजित किये जाएंगे।
काफी उपयोगी होगी आइटी सिटी
इसके अलावा आइटी सिटी को लेकर वीसी ने आज दावा किया कि सुल्तानपुर रोड व किसान पथ के बीच करीब 2086 एकड़ जमीन पर आइटी सिटी विकसित की जाएगी, जोकि अपनी सर्वोत्तम रोड कनेक्टिविटी के कारण लोगों के लिए काफी उपयोगी होगी। योजना में हाईटेक प्रौद्योगिकी पार्क, ग्लोबल बिजनेस पार्क, साइंस व इंजीनियरिंग उपकरण क्षेत्र, सुपर स्पेशलिटी मेडिकल जोन आदि के लिए प्लॉट काटे जाएंगे।
इस योजना में 72 से 1250 वर्ग मीटर के कुल 4025 आवासीय प्लॉट होंगे, जिसमें सर्वाधिक 1848 प्लॉट 200 वर्ग मीटर का होगा। आइटी सिटी को इस तरह विकसित किया जाएगा, जिससे अधिकतम निजी निवेश आकर्षित हो। इसके लिए योजना में 360 एकड़ का इन्डस्ट्रियल एरिया व व्यावसायिक गतिविधि के लिए 64 एकड़ क्षेत्रफल आरक्षित किया गया है। साथ ही लगभग 15 एकड़ में फैली वाटर बॉडी योजना की पहचान बनेगी।
ऐसी होगी प्रबंध नगर योजना
उपाध्यक्ष ने कहा है कि आइआइएम रोड पर ग्राम घैला, अल्लूनगर डिगुरिया व ककौली की कुल 2077 एकड़ भूमि पर प्रबंध नगर योजना विकसित की जाएगी। योजना के विकास में 4500 करोड़ का खर्च आएगा। इसमें करीब 20 लाख वर्ग मीटर में आवासीय उपयोग, जबकि करीब सात लाख वर्ग मीटर में व्यावसायिक गतिविधियों के लिए प्लॉट होंगे।
इसके अलावा 14 लाख 58 हजार वर्ग मीटर का इन्डस्ट्रियल एरिया और सात लाख वर्ग मीटर मिश्रित भू-उपयोग का प्रावधान किया गया है। साथ ही 18 लाख वर्ग मीटर में वाटर बॉडी, ग्रीन बेल्ट व पार्क आदि विकसित किये जाएंगे।