लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में करीब एक चौथाई उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में यूपी में आठ सीटों पर लड़ने वाले करीब एक चौथाई प्रत्याशी  आपराधिक मामले में लिप्त हैं। यूपी इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार आठ सीटों से नामांकन दाखिल करने वाले 91 प्रत्याशियों में से 21 ने खुद पर आपराधिक मामले घोषित किये हैं, जिनमें 18 फीसदी गंभीर आपराधिक वारदातों में संलिप्त हैं। अलीगढ़, अमरोहा, बागपत, बुलंदशहर, गौतमबुध नगर, गाजियाबाद, मथुरा और मेरठ से चुनाव लड़ रहे सभी 91 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया गया है।

अपराधिक मामले घोषित करने वाले उम्मीदवारों में से सपा के चार में से चार यानी शत प्रतिशत, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के आठ में से तीन यानी 38 प्रतिशत, भाजपा के सात में से दो यानी 29 प्रतिशत, कांग्रेस के चार में से दो यानी 59 प्रतिशत, राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के तीन में से दो यानी 67 प्रतिशत शामिल हैं। वहीं गंभीर आपराधिक मामलों में बसपा के 25 प्रतिशत,भाजपा के 29 प्रतिशत,सपा के 50 प्रतिशत,कांग्रेस के 50 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।

इसके अलावा अलीगढ से निर्दलीय प्रत्याशी पंडित केशवदेव गौतम पर सबसे ज्यादा पांच आपराधिक मामले दर्ज है दूसरे नंबर पर बागपत में सपा के उम्मीदवार अमरपाल नौ आपराधिक मामले में वांछित है। तीसरे नंबर पर हाजी अफजल जो मेरठ से सबसे अच्छी पार्टी के उम्मीदवार है, जिनके ऊपर दो आपराधिक मामले पंजीकृत है। करोडपति उम्मीदवारों की बात करे तो 91 में से 42 यानी 46 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं। बसपा, कांग्रेस और भाजपा के सभी उम्मीदवार करोड़ों के मालिक है जबकि कांग्रेस के 75 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं।

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यूपी इलेक्शन वॉच के राज्य संयोजक संतोष श्रीवास्तव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के प्रत्याशियों में मथुरा से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हेमा मालिनी की संपत्ति लगभग 278 करोड़ है इसी तरह से सतीश कुमार गौतम, अलीगढ़ से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं जिनकी संपत्ति 16 करोड़ है वही मेरठ लोकसभा सीट से देववर्त, बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं जिनकी संपत्ति पांच करोड़ के आसपास हैं।

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