आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मशहूर डांसर सपना चौधरी को सोमवार को लखनऊ की एसीजेएम-5 कोर्ट ने कस्टडी में लिया गया। साथ ही गिरफ्तारी वारंट भी जारी कर दिया गया। वह करीब एक घंटा 15 मिनट तक कस्टडी में रहीं। इसके बाद उन्हें कस्टडी से मुक्त कर दिया गया।
कोर्ट ने सपना चौधरी का वारंट इस शर्त पर खत्म किया कि वह कोर्ट की सुनवाई में पेश होकर सहयोग करेंगी। इसके बाद सपना कोर्ट परिसर से बाहर निकल गईं। डांस प्रोग्राम में न पहुंचने और टिकट का पैसा न लौटाने के चार साल पुराने मामले में वारंट जारी हुआ था। सपना ने दस मई को सरेंडर कर अंतरिम जमानत ली थी। आठ जून को उनकी नियमित जमानत भी सशर्त मंजूर हुई थी।
इसी साल 26 मई को मास्क लगाकर गुपचुप तरीके से सपना चौधरी कोर्ट पहुंची थीं। लखनऊ की एसजेएम-5 की कोर्ट में तीन घंटे तक वह बैठी रहीं। वह धोखाधड़ी मामले में अंतरिम जमानत पर चल रही हैं।
मालूम हो कि इंस्पेक्टर फिरोज खान ने 14 अक्टूबर, 2018 को सपना के खिलाफ आशियाना थाने में मामला दर्ज किया था। उनके मुताबिक, 13 अक्टूबर को लखनऊ के स्मृति उपवन में उनका प्रोग्राम होना था। यह शो दोपहर तीन बजे से रात दस बजे के बीच होना था। इस इवेंट के हजारों टिकट पहले ही बिक चुके थे।
यह भी पढ़ें- लखनऊ कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचीं सपना चौधरी हुईं वापस
जब सपना शो में नहीं आईं, तो भीड़ ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। शो के ऑर्गनाइजर्स ने भीड़ के टिकट के पैसे भी नहीं लौटाए। इवेंट के ऑर्गनाइजर्स जुनैद अहमद, नवीन शर्मा, इवाद अली, अमित पांडे और रत्नाकर उपाध्याय भी इस मामले में आरोपित हैं। कोर्ट में पेश न होने पर 17 नवंबर 2021 को सपना चौधरी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया। इसके बाद 23 नवंबर 2021 को सपना चौधरी ने गिरफ्तारी वारंट निरस्त करने की मांग की थी। इसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था।