बंथरा में तेंदुआ दिखने से हड़कंप, वन विभाग ने पकड़ा तो पता चली फिशिंग कैट की बात

फिशिंग कैट
भीड़ से बचने को पेड़ पर चढ़ा फिशिंग कैट।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बंथरा इलाके के जंगलों में गुरुवार को तेंदुए की तरह का देख गांव में हड़कंप मच गया। लोगों ने तुरंत इसकी पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस व वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने में जुट गई और कई घंटे की मशक्कत के बाद उसे पकड़ा गया। जिसे देख वन विभाग ने उसे फिशिंग कैट बताया। वहीं फिशिंग कैट को तेंदुआ समझ उसे देखने के लिए भारी भीड़ जमा रही।

मिली जानकारी के मुताबिक बंथरा क्षेत्र के लीलाखेड़ा गांव में पेड़ के ऊपर एक फिशिंग कैट दिखाई दिया। फिशिंग कैट को देखने के लिए मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। आस-पास के लोग तेंदुए का वीडियो बनाने लगे। वहीं वन विभाग की टीम ने उसे पकड़ने को जाल बिछाया। इस दौरान वन विभाग की टीम ने लोगों को निर्देश दिया कि तेंदुआ अकेले पाकर हमला कर सकता है, जिससे उसकी जान भी खतरे में पड़ सकती है।

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वहीं सरोजनीनगर वन रेंज अधिकारी शौकत उल्ला खान टीम के साथ पहुंचे और उन्होंने तेंदुआ होने से इनकार करते हुए फिशिंग कैट होने की बात कही। बाद में रेस्क्यू टीम बुलाई गई और टीम ने कई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद अपराह्न करीब एक बजे रेस्क्यू कर जंगली बिल्ली को पकड़ लिया और इलाके के ही कुरौनी जंगल में छोड़ दिया। पकड़ा गया करीब 20 कीलो का फिशिंग कैट पूरी तरह से वयस्‍क है।

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डीएफओ रवि कुमार सिंह का कहना है कि पकड़ा गया जानवर तेंदुआ नहीं, बल्कि जंगली बिल्ली (फिशिंग कैट) है। जो ज्यादातर नदी-नालों के किनारे रहकर मछलियों का शिकार करती रहती है।

बता दें कि लखनऊ में तेंदुआ दिखने की घटना नई नहीं है। इससे पहले साल 2022 अगस्त में बंथरा इलाके तथा इकाना अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के पास भी तेंदुआ देखा गया था।

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