आरयू ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश के बड़े बिल्डरों में शुमार एमआइ ग्रुप के लखनऊ समेत करीब 16 ठिकानों पर बुधवार की सुबह इनकम टैक्स की टीम ने छापेमारी की है। इस ताबड़तोड़ कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है। ये छापेमारी वित्तीय अनियमिताओं को लेकर की गई है। कार्रवाई में किसी प्रकार का व्यवधान न उत्पन्न हो इसलिए आइटी ने फोन पर बात करने से भी मना कर दिया। रेड में टीम को क्या अनियमितताएं मिली हैं अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है। न ही इनकम टैक्स का कोई अधिकारी इस पर कुछ भी बोलने को तैयार है।
सूत्रों के मुताबिक यह छापेमारी, बिल्डर के गोमती नगर स्थित आवास, ऑफिस और एमआइ रशेल कोर्ट चल रही है, हालांकि कार्रवाई को लेकर अभी तक किसी प्रकार का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इनकम टैक्स के सूत्रों के मुताबिक यह छापेमारी ब्लैक मनी और टैक्स चोरी के चलते की गई है। बताया जा रहा है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को बिल्डर द्वारा ब्लैक मनी को व्हाइट करने और बोगस कंपनियों के नाम पर टैक्स चोरी करने की सूचना मिल रही थी।
यह भी पढ़ें- चिट फंड से जुड़े मामले में सहारा इंडिया के ठिकानों पर ED की छापेमारी
इसी को लेकर अधिकारियों के निर्देश पर विभिन्न टीमों का गठन किया गया। इसके बाद बिल्डर कादिर अली के कई ठिकानों पर एक साथ टीम ने छापेमारी कर दी। छापेमारी से बिल्डर और प्रॉपर्टी कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। वहीं, इस कार्रवाई के दौरान बिल्डर के ठिकानों को आइटी ने पूरी तरह से घेरे रखा। कार्रवाई के दौरान आइटी की टीम ने किसी को भी बिल्डर के ठिकानों के अंदर आने और जाने से रोक दिया है।
बता दें कि कादिर अली के एमआइ ग्रुप ने लखनऊ के जानकीपुरम, गोमती नगर विस्तार और सुशांत गोल्फ सिटी समेत कई अन्य इलाकों में लग्ज़री हाउसिंग सोसाइटी, विला, पेंटहाउस आदि का निर्माण किया है। इन्हीं के वित्तीय लेनदेन में हेराफेरी की सूचना पर इनकम टैक्स ने यह कार्रवाई की है।