ED ने सपा नेता के लखनऊ-गोरखपुर समेत अन्‍य ठिकानों पर की ताबड़तोड़ छापेमारी

सपा नेता विनय शंकर तिवारी

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। पूर्वांचल के पूर्व बाहुबली मंत्री हरिशंकर तिवारी के बेटे व सपा नेता विनय शंकर तिवारी के धर्मशाला बाजार स्थित घर पर शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। ईडी ने लखनऊ और गोरखपुर के अलावा हरियाणा में भी विनय शंकर तिवारी के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से लोकल पुलिस फोर्स को घर के बाहर तैनात किया गया है।

मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को भोर में पांच बजे लखनऊ में आधा दर्जन गाड़ियों से एक दर्जन के करीब प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों की टीम पहुंची और छानबीन शुरू कर दी। सपा नेता विनय शंकर तिवारी की कंपनी कंदर्प कंस्ट्रक्शन के अलावा गंगोत्री इंटरप्राइजेज, जीएसपी एंटरप्राइजेज समेत अन्य कंपनियों में वित्तीय अनियमित की शिकायत प्रवर्तन निदेशालय को मिली थी। उसी की जांच की।

छापेमारी के दौरान ईडी की टीमों ने लखनऊ के महानगर स्थित ऑफिस और नोएडा स्थित कंपनी के ठिकानों से कई दस्तावेज अपने कब्जे में लिए हैं। टीम ने मौके पर मौजूद लोगों से पूछताछ की। टीम ने गंगोत्री इंटरप्राइजेज के अन्य निदेशक अजीत पांडे और एक सहयोगी फॉर्म रॉयल अंपायर मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के ठिकानों पर भी छापेमारी की है। गंगोत्री इंटरप्राइजेज कंस्ट्रक्शन कंपनी के रूप में जानी जाती है और प्रदेश में बड़े-बड़े निर्माण कार्यों का ठेका लेती है।

दरअसल विनय शंकर तिवारी की कंपनी के कंदर्प कंस्ट्रक्शन, जीएसपी एंटरप्राइजेज और गंगोत्री एंटरप्राइजेज समेत अन्य कंपनियों में वित्तीय निमित की जांच ईडी कर रही है। पूर्व मंत्री के पूर्व विधायक बेटे विनय शंकर तिवारी पर प्रदर्शन प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लांड्री का केस दर्ज किया है। नवंबर 2023 में ईडी  ने गोरखपुर, लखनऊ और महाराजगंज में तिवारी का हाता परिवार की 72 करोड़ की 27 संपत्ति भी जप्त की थी।

वहीं शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय की जांच में सामने आया कि मैसेज गंगोत्री इंटरप्राइजेज लिमिटेड ने अपने प्रमोटर्स निदेशकों, गारंटरों के साथ मिलकर बैंक आफ इंडिया के नेतृत्व वाले साथ बैंकों के कंसोर्टियम से 1129.44 करोड रुपए की क्रेडिट सुविधाओं का लाभ लिया था। बाद में इस रकम को उन्होंने अन्य कंपनियों में डाइवर्ट कर दिया और बैंकों की रकम को वापस नहीं किया। इससे बैंकों के कंसोर्टियम को करीब 754.24 करोड रुपए का नुकसान हुआ। ईडी इसी मामले की जांच कर रही है।

यह भी पढ़ें- सब्सिडी हड़पने के मामले में सलमान खुर्शीद की पत्‍नी लुईस से ED ने की पूछताछ

ईडी ने इस मामले में विनय शंकर तिवारी के साथ उनकी पत्नी रीता तिवारी और कंपनी के एक अन्य निदेशक अजीत पांडेय पर भी एफआइआर दर्ज की है। ये एफआइआर 19 अक्टूबर 2020 को बैंक आफ इंडिया की शिकायत पर लिखी गई थी। बैंक ने कंपनी को दिए गए 754 करोड़ रुपए के लोन में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।

यह भी पढ़ें- BSP विधायक विनय तिवारी की कंपनी के लखनऊ समेत अन्‍य ठिकानों पर CBI ने की छापेमारी, FIR भी दर्ज