आरयू ब्यूरो,लखनऊ। यूपी की बांदा जेल में बंद बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को सोमवार को एंबुलेंस से कड़ी सुरक्षा में राजधानी लखनऊ लाया गया। मुख्तार अंसारी को लखनऊ एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया जना था। यहां उसकी कोर्ट में पेशी थी। तबीयत खराब होने के चलते वे व्हील चेयर पर बैठकर अंदर गए।
इस बीच सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मुख्तार अंसारी के काफिले की नॉनस्टॉप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की गई। उनके समर्थक भी बांदा से लखनऊ यात्रा के दौरान अपनी गाड़ी से चलते रहे। पेशी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें बांदा भेज दिया गया।
मुख्तार अंसारी को कोर्ट में पेशी के लिए सोमवार को लखनऊ ले जाया गया। अब उन्हें वापिस बांदा भेज दिया गया है। उनका काफिला फतेहपुर से लालगंज होते हुए लखनऊ लाया गया था।इस दौरान स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे थे। जगह-जगह पुलिस लगाई गई थी। करीब 11:15 बजे उनका वज्र वाहन कड़ी सुरक्षा के बीच लालगंज कस्बे से होते हुए गुजरा। इस बीच जगह-जगह मुख्तार के काफिले को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुटी दिखी।
इससे पहले मऊ से विधायक और मुख़्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने अपने जेल में बंद पिता के साथ किसी अनहोनी की आशंका को देख कल एक के बाद एक कई ट्वीट किए थे। अब्बास अंसारी ने अपने अगले ट्वीट में लिखा था, ‘रात लगभग 12:30 बजे उच्च अधिकारी बिना नंबर की इनोवा से बांदा जेल के अंदर दाखिल हुए हैं।
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अधिकारियों द्वारा कोई जवाब ना मिलना गंभीर शंका पैदा कर रहा है. अंसारी ने हर गतिविधि को ट्वीट के जरिए लोगों तक सार्वजनिक किया, 28 मार्च सुबह करीब 6:30 पर अब्बास ने ट्वीट कर लिखा, सारी रात तथा कथित उच्च अधिकारी बांदा जेल के अंदर बाहर करते रहे और मीडिया के द्वारा किए हर सवालों से बचते रहे। अब एंबुलेंस जेल गेट पर खड़ी है पर प्रशासन अभी भी मौन है।’ मुख्तार पर साल 2020 में लखनऊ में एक लेखपाल ने एफआईआर करवाई थी।