आरयू ब्यूरो, लखनऊ। नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा करने वालों को खुद से पूछना चाहिए कि क्या उन्होंने सही किया। इससे किसका नुकसान हुआ, जो रास्ता उन्होंने चुना क्या वो रास्ता सही है? आगजनी हिंसा की घटनाओं में जिस सार्वजनिक संपत्ति को तोड़ा गया क्या वो उनके परिवार के काम नहीं आती, जिन्होंने इसे नुकसान पहुंचाया? इस तरह अफवाहों पर हिंसा करने से किसका नुकसान है। देश के प्रत्येक नागरिक को बेहतर सार्वजनिक सुविधाएं पाने का हक है लेकिन उनका संरक्षण करना भी उनकी जिम्मेदारी है। नुकसान पहुंचाने वाले भी खुद से पूछें कि उन्होंने क्या किया।
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की 95वीं जयंती के अवसर पर लखनऊ के लोकभवन में अटल बिहारी चिकित्सा विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में कही। इस दौरान अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए मोदी ने कहा, अटल बिहारी वाजपेयी कहते थे कि जीवन को टुकड़ों में नहीं देखा जा सकता है। उसको समग्रता में देखना, यह बात सरकार के लिए भी उतनी ही सत्य है और गुड गवर्नेंस के लिए भी यही उपयुक्त मानदंड है। सुशासन भी तभी तक संभव नहीं है जब तक हम समस्याओं को संपूर्णता में, समग्रता में न सोचेंगे, न उसे सुलझाने का प्रयास करेंगे।
यह भी पढ़ें- लोकभवन में लाई गई अटल बिहारी की कांसे की प्रतिमा, 25 दिसंबर को किया जाएगा अनावरण
मोदी ने अपनी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि कश्मीर से आर्टिकल 370 को हमने हटाया। राम जन्मभूमि का इतना पुराना मामला, शांतिपूर्ण समाधान। भारत आजाद हुआ, विभाजन हुआ तबसे लेकर लाखों गरीब उसमें भी ज्यादा दलित हैं, वंचित हैं, शोषित हैं, अपना धर्म बचाने के लिए, अपनी बेटियों की इज्जत बचाने के लिए जो लोग पाकिस्तान से, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से भारत की शरण लेने के लिए मजबूर हो गए ऐसे शरणार्थियों को नागिरकता की गरिमा देने का रास्ता निकाला गया।
यह भी पढ़ें- अटल जयंती: पूर्व प्रधानमंत्री को सदैव अटल में राष्ट्रपति कोविंद, PM मोदी व अमित शाह ने दी श्रद्धांजलि
इस दौरान प्रधानमंत्री ने भारत रत्न अटल बिहारी की 25 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया व अटल बिहारी चिकित्सा विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। लोकभवन में आयोजित हुए कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा सहित योगी सरकार के कई मंत्री व बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।