आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता अमन बाजपेई की बीती रात लखीमपुर खीरी में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में आरोपित चाचा को गिरफ्तार कर लिया गया है। लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक के पीआरओ ने मीडिया को बताया कि मामला गोला कस्बे का है।
कस्बे के लक्ष्मीनगर मोहल्ला निवासी रामराखन बाजपेई अपने दो पुत्र विजय और अभय के साथ रहते हैं, जबकि रामराखन की दूसरी पत्नी से पुत्र कुलदीप बाजपेई कुछ दूरी पर अलग मकान में अपने परिवार के साथ रहता है। इन दिनों कोरोना के चलते विजय का बेटा लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र नेता अमन बाजपेई (23) लखनऊ से घर आया हुआ था। अमन रात में खाना खाने के बाद घर से बाहर टहलने के लिए निकला था।
यह भी पढ़ें- बागपत में मार्निंग वॉक पर निकले भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की गोली मारकर हत्या
लगभग सौ कदम की दूरी पर घर के बाहर सौतेले चाचा कुलदीप बाजपेई से पैतृक संपत्ति को लेकर कहा सुनी हो गयी थी, जिसके बाद अमन की गोली मार कर हत्या कर दी गयी। आनन फानन में परिजन अमन को अस्पताल लेकर भागे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया साथ ही आरोपित चाचा को गिरफ्तार कर लिया।
मृतक के बाबा रामराखन बाजपेई गन्ना समिति में कई बार संचालक और केन ग्रोवर्स नेहरू डिग्री कॉलेज में प्रबंधक रह चुके हैं। जबकि मृतक अमन बाजपेई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का पूर्व नगर सयोजक और लखनऊ विश्वविद्यालय में एलएलबी कर रहा था।