आरयू वेब टीम।
तमिलनाडु के पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके डीएमके प्रमुख एम करुड़ानिधि के पार्थिव शरीर को आज शाम को मरीना बीच पर ही उनके राजनीति गुरु अन्नादुरै के समाधि के पास ही दफनाया जाएगा। समाधि स्थल को लेकर कल से चल रहे विवाद पर मद्रास हाईकोर्ट ने बुधवार को फैसला सुना दिया है। कोर्ट के फैसले के बाद उनके राजाजी हॉल के बाहर समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी की।
करुणानिधि के समर्थक चाहते हैं कि उनकी समाधि मरीना बीच पर बनाई जाए, लेकिन राज्य सरकार ने मरीना बीच पर जगह देने से इंकार कर दिया, जिसके बाद उनके समर्थक इस मामले को लेकर हाईकोर्ट पहुंचे। वहीं दोनों पक्षों को सुनने के बाद मद्रास हाईकोर्ट ने फैसले में कहा कि करुणानिधि को मरीना बीच पर दफनाया जाएगा।
बता दें कि हाईकोर्ट में डीएमके के वकील ने दलील रखते हुए कहा एम जी रामचंद्रन को अन्नादूरई की समाधि के पास जगह दी गयी, क्योंकि वो उनकी आइडियोलॉजी को फॉलो करते थे। जयललिता को जगह मिली क्योंकि वो एमजीआर को फॉलो करती थी। करुणानिधि भी अन्नादुराई को फॉलो करते थे तो उनको जगह क्यों नहीं?
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डीएमके के वकील ने कहा, ”आर्टिकल 21 का पालन करते हुए जगह देनी चाहिए। हम वहां बिल्डिंग बनाने की मांग नहीं कर रहे बस समाधि बनाने की मांग कर रहे हैं। केंद्र के आदेश में नही कहा गया कि पूर्व सीएम को वहां जगह नहीं दी जा सकती, तो भला किस बात पर आपत्ति है?”
वहीं सराकरी वकील ने कहा कोई पद पर होता है और कोई पद पर रह चुका होता है। सबके लिए अलग-अलग प्रोटोकॉल होता है। इस मामले में हम परंपरा का पालन कर रहे हैं वो परंपरा जो खुद करुणानिधि ने तय की। उनके कार्यकाल के दौरान तीन पूर्व सीएम की मृत्यु हुई थी, लेकिन उन्हें मरीना बीच पर जगह नहीं मिली। सरकारी वकील ने यह भी कहा, ”ऐसा नहीं है कि हम उनका अपमान कर रहे हैं हम तो उनकी बातों और आदेशों का पालन कर रहे हैं। उल्टा याचिकाकर्ता ही करुणानिधि का अपमान कर रहे हैं जो वो उनके पहले के आदेशों की अनदेखी कर रहे हैं।
जानें मरीना बीच क्यों है खास
चेन्नई की मरीना बीच ही एम महज एक बीच नहीं है, बल्कि दक्षिण में द्रविड़ की राजनीति में इस जगह का खास महत्व है। ये बीच दिग्गज द्रविड़ राजनेताओं की समाधि के लिए जानी जाती है। मरीना बीच वो जगह है जो द्रविड़ राजनीति का इतिहास बयां करती है। इस जगह पर द्रविड़ राजनीति के तीन सबसे बड़े नेताओं की समाधि है। ऐसे में भारतीय राजनीति को 61 साल देने वाले एम करुणानिधि के लिए भी उनके समर्थक मरीना बीच पर समाधि की मांग कर रहे थे।
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श्रद्धांजलि के लिए पहुंचे पीएम
करुणानिधि के अंतिम दर्शन व उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चेन्नई पहुंचे। उन्होंने राजाजी हॉल जाकर उनका अंतिम दर्शन करने के साथ ही उन्हें श्रद्धांजलि दी।
In Chennai, I paid tributes to an extraordinary leader and a veteran administrator whose life was devoted to public welfare and social justice.
Kalaignar Karunanidhi will live on in the hearts and minds of the millions of people whose lives were transformed by him. pic.twitter.com/torAPw1gUe
— Narendra Modi (@narendramodi) August 8, 2018