आरयू ब्यूरो, लखनऊ। महिलाओं पर हो रहें अपराध को लेकर रविवार को कांग्रेस ने योगी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने कहा कि महिला अपराधा में उत्तर प्रदेश नंबर वन बन चुका है, लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही, जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करोड़ों रुपए के झूठे विज्ञापन देकर यूपी को अपराध मुक्त होने का खोखले दावे कर रहें हैं।
आज अपने एक बयान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में यूपी में महिला अपराध चरम सीमा पर है। महिलाएं किसी भी स्तर पर सुरक्षित नहीं हैं। कल ही बहराइच में एक युवती की हत्या कर हत्यारों ने सबूत मिटाने के लिए चेहरे को तेजाब से जला दिया। बिजनौर में महिला की गोली मारकर हत्या की गयी और सबूत मिटाने के लिए शव के ऊपर चारपाई डालकर आग लगा दी, यह घटना विगत दिनों हैदराबाद में हुई महिला चिकित्सक के साथ हुई घटना की पुनरावृत्ति है। वहीं कानपुर में बलात्कारियों ने रेप पीड़िता की माता को जमानत से छूटने के बाद पीट-पीटकर मार डाला। राजधानी लखनऊ में 11 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म की घटना पर पुलिस ने कार्यवाही करने के बजाय पीड़िता को ही पूरे दिन थाने में बैठाये रखा और मानसिक उत्पीड़न किया। ऐसी तमाम घटनाएं रोजाना प्रदेश में हो रही हैं और सरकार इससे इतर अपराधमुक्त होने का झूठा दावा करके खुद अपनी पीठ थपथपा रही है।
तेजी से बढ़ रहे हैं अपराध, हाथ पर हाथ धरे बैठी है सरकार
अजय कुमार ने आंकड़ों की बात करते हुए आगे कहा कि यूपी में महिलाओं के विरूद्ध अपराध जिस तेजी से बढ़ रहे हैं और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है वह और भी चिंता का विषय है। वर्ष 2017 में प्रदेश में महिलाओं के विरूद्ध अपराध के 56011 मामले दर्ज हुए, जिनमें से 11202 मामले अपहरण के, 4246 बलात्कार, 676 सामूहिक बलात्कार, तेजाब से हमला करने के पश्चात महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने के इरादे से 12607 मामले और महिलाओं की मर्यादा केा ठेस पहुंचाने के 91 मामले दर्ज हुए। जिस तरह से प्रदेश में सत्ताधारी दल के नेताओं पर बलात्कार के मामले दर्ज हुए और सत्ता पक्ष के उन नेताओं को संरक्षण दिया वह सत्ता पक्ष का असली चेहरा दिखलाता है। जिसमें उन्नाव और शाहजहांपुर की घटना प्रमुख रही जिसमें भाजपा के विधायक सहित पूर्व केंद्रीय मंत्री तक संलिप्त रहे हैं।