मनीष सिसोदिया को नहीं मिली कोर्ट से राहत, 12 मई तक बढ़ी न्यायिक हिरासत

मनीष सिसोदिया
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े घोटाले के सीबीआइ मामले में कोर्ट ने दिल्ली के डिप्‍टी सीएम मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 12 मई तक बढ़ा दी है। गुरुवार को न्यायिक हिरासत खत्म होने पर सिसोदिया को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था।

वहीं मनीष सिसोदिया के वकील ने राउज एवन्यू कोर्ट को बताया कि सीबीआइ मामले में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। इसके बाद कोर्ट ने सीबीआइ को चार्जशीट की ई कॉपी मनीष सिसोदिया को देने का निर्देश दिया। इससे पूर्व बुधवार को केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआइ) ने दिल्ली हाई कोर्ट में सिसोदिया की जमानत याचिका का विरोध किया था। कोर्ट में सीबीआइ की तरफ से एएसजी एसवी राजू ने कहा ने कहा कि अगर मनीष सिसोदिया को जमानत दी जाती है तो वह सबूतों और गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं।

सीबीआइ ने कोर्ट को बताया था कि, ‘बहुत व्यवस्थित ढंग से और चालाकी से दिल्ली आबकारी नीति घोटाले को अंजाम दिया गया। मनीष सिसोदिया के साथ विजय नायर मुख्य षड्यंत्रकारी हैं। घोटाले में साजिश की गहरी जड़ें हैं।

यह भी पढ़ें- मनीष सिसोदिया को फिर झटका, तीन अप्रैल तक बढ़ी न्यायिक हिरासत

मामले में मंगलवार को निचली अदालत में चार्जशीट दाखिल किया है। चार्जशीट पर अभी संज्ञान लिया जाना है। मुख्य आरोपित मनीष सिसोदिया और विजय नायर काफी करीबी थे। विजय नायर आम आदमी पार्टी मीडिया प्रभारी थे। पार्टी की बैठकों में शामिल होते थे। साउथ ग्रुप के साथ हुई बैठक के बाद प्रॉफिट मार्जिन को पांच प्रतिशत से बढ़ा कर 12 प्रतिशत कर दिया गया।’

आबकारी नीति मामले में न्यायिक हिरासत में रखे गए सिसोदिया ने पत्‍नी की तबीयत खराब होने और बेटे के विदेश में होने का हवाला देते हुए अदालत में जमानत याचिका भी दी हुई थी।

बता दें सिसोदिया की पत्‍नी ‘ऑटोइम्यून डिसऑर्डर’ से पीड़ित हैं और उन्हें यहां एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 49 साल की सीमा सिसोदिया को इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के न्यूरोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया है और उनकी जांच की जा रही। उन्हें 2000 में एक गंभीर ऑटोइम्यून बीमारी मल्टीपल स्केलेरोसिस का पता चला था। पिछले 23 वर्षों से उनका निजी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें- मनीष सिसोदिया की पत्‍नी की बिगड़ी तबीयत, अपोलो में भर्ती