मनीष सिसोदिया का नरेंद्र मोदी व भाजपा पर निशाना, सुप्रीम कोर्ट ने तानाशाही को कुचला

तानाशाही को कुचला
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते मनीष सिसोदिया।

आरयू वेब टीम। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आप नेता मनीष सिसोदिया जेल से बाहर आ गए हैं। जिसके बाद शनिवार को वे पार्टी के मुख्यायल गए जहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। सिसोदिया ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने संविधान का इस्तेमाल करते हुए कल तानाशाही को कुचला। केजरीवाल भी जल्द बाहर आएंगे। भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं है।

साथ ही आप नेता ने कहा कि भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद एक राज्य में एक उदाहरण नहीं दे पाई। इसी छवि को बिगाड़ने के लिए ये सारे षडयंत्र रचे जा रहे हैं। जनता के दिलों के दरवाजे खुले हुए हैं। आप जेल के दरवाजे बंद कर सकते हैं, लेकिन जनता के दिलों के दरवाजे बंद नहीं कर सकते हैं।

सिसोदिया ने कहा कि इन आंसुओं ने ही मुझे ताकत दी है। मुझे उम्मीद थी कि सात-आठ महीने में न्याय मिल जाएगा, लेकिन कोई बात नहीं 17 महीने लग गए। 17 महीने लग गए, लेकिन जीत ईमानदारी और सच्चाई की हुई है। भगवान के घर में देर है अंधेर नहीं है। उन्होंने बहुत कोशिशें की। उन्होंने सोचा अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को जेल में डालेंगे तो हम सड़ जाएंगे।

संविधान की बदौलत हम पर कल भगवान की कृपा हुई

मनीष सिसोदिया ने कहा, “बाबा साहेब अंबेडकर के दिए हुए संविधान की बदौलत हम पर कल भगवान की कृपा हुई। बाबा साहेब ने 75 साल पहले ही ये अंदाजा लगा लिया था कि कभी-कभी इस देश में ऐसा होगा कि तानाशाही बढ़ जाएगी। तब एजेंसियों, कानूनों और जेलों के दुरुपयोग से हमें कौन बचाएगा? बाबा साहेब ने लिखा था संविधान बचाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने संविधान का इस्तेमाल करते हुए कल तानाशाही को कुचला। मैं उन वकीलों का भी शुक्रगुजार हूं जो यह लड़ाई लड़ रहे थे। वो वकील एक कोर्ट से दूसरे कोर्ट धक्के खा रहे हैं। मेरे लिए अभिषेक मनु सिंघवी भगवान स्वरूप हैं।

यह भी पढ़ें- 17 महीनों बाद जेल से बाहर निकले पूर्व डिप्‍टी सीएम मनीष सिसोदिया, सुप्रीम कोर्ट ने दी थीं आज जमानत

मनीष सिसोदिया ने कहा कि अब दुश्मन भी इस बात को मानने लगे हैं कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता किस मिट्टी के बने हैं, जो जेल से बाहर आकर भी इस तरह नजर आ रहे हैं। हम उस मिट्टी के बने हैं, जिस मिट्टी में भगत सिंह के पसीने की बूंदे गिरीं, जिस मिट्टी में महात्मा गांधी जी को गोली लगी थी। उन्होंने कहा कि ये लड़ाई  सिर्फ आम आदमी पार्टी या विपक्ष के कार्यकर्ताओं की ही नहीं, बल्कि देश के एक एक नागरिक की है।

यह भी पढ़ें- सिसोदिया की जमानत याचिका पर जवाब दाखिल करने के लिए कोर्ट ने ED-CBI को दिया समय