आरयू ब्यूरो, लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को योगी सरकार में जगह न मिलने से राजभर समाज में नाराजगी है। वहीं ओपी राजभर योगी सरकार में मंत्री बनाए जाने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अब उन धैर्य टूटने लगा है। यही कारण है कि ओपी राजभर ने भी दबाव की राजनीति का सहारा लेते हुए ऐलान किया है कि विपक्षी इंडिया गठबंधन के कई नेता उनके संपर्क में हैं और उन्हे किसके साथ रहना है और किसके साथ नहीं रहना है, इस पर वो जल्द ही फैसला ले लेंगे।
साथ ही उन्होंने राजभर नेताओं के मौजूदा आचरण को लेकर भी टिप्पणी की। राजभर ने कहा कि सभी नेता दो मुंहे सांप होते हैं, कब कौन कहां पलट जाएगा इसका पता नहीं है और कोई भी पार्टी दूध की धुली नहीं है। फिलहाल ओपी राजभर के इस ऐलान को लेकर ये कहा जा रहा हैं कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ पर दबाव बनाने के लिए ऐसा बयान दिया है। हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि ओपी राजभर कभी भी पलटी भी मार सकते हैं।
वास्तव में ओपी राजभर को योगी सरकार में भाजपा के शीर्ष नेताओं फिर से योगी सरकार में मंत्री बनाए जाने का वादा बीते जुलाई में किया था। तभी से वह मंत्री बनाए जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं, लेकिन सीएम योगी मंत्रिमंडल विस्तार की डेट ही तय नहीं कर रहे हैं।
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दूसरी तरफ ओपी राजभर ने बीते सितंबर और अक्टूबर में यह ऐलान किया था जल्दी ही वह योगी सरकार में मंत्री बनेगी। इसके चलते उन्होने यह भी कहा था कि वह विजयदशमी में मंत्री बनेंगे। उसके बाद उन्होंने कहा कि दिवाली के पहले मंत्री बन जाएंगे और अब दशहरा के साथ दिवाली भी बीत गई, लेकिन ओपी राजभर मंत्री नहीं बने।