मायावती का मोदी सरकार से अनुरोध, अति गरीबों के लिए फ्री किया जाए कोरोना का टीका

हाथरस हैवानियत कांड

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। रविवार को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआइ) द्वारा कोरोना के दो टीकों को हरि झंडी दिखाए जाने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने वैज्ञानिकों को बधाई दी है। साथ ही मायावती ने मोदी सरकार से अनुरोध करते हुए कहा है कि देश के सभी समाज के बेहद गरीबों के लिए कोरोना के टीके की व्‍यवस्‍था को मुफ्त किया जाए, तो यह ठीक होगा।

यूपी की पूर्व सीएम ने आज ट्विट करते हुए कहा है कि अति घातक कोरोना वायरस महामारी को लेकर आए स्वदेशी वैक्सीन (टीके) का स्वागत व वैज्ञानिकों को बहुत-बहुत बधाई। मायावती ने आगे लिखा कि  केंद्र सरकार से विशेष अनुरोध है कि देश में सभी स्वास्थ्यकर्मियों के साथ-साथ सर्वसमाज के अति-गरीबों को भी इस टीके की मुफ्त व्यवस्था की जाए तो यह उचित होगा।

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बता दें कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए डीसीजीआइ ने सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। ऐसे में एक साथ दो टीकों को मंजूरी देने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। बताया जा रहा है कि दोनों ही वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित हैं और इसका इस्तेमाल इमरजेंसी की स्थिति में किया जा सकेगा। डीसीजीआई के मुताबिक, दोनों ही वैक्सीन की दो-दो डोज इंजेक्शन के रूप में दी जाएगी। इन दोनों वैक्सीन को दो से आठ डिग्री के तापमान में सुरक्षित रखा जा सकेगा।

गौरतलब है कि फिलहाल भारत में कोरोना की छह वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल जारी है। इनमें कोवीशिल्ड और कोवैक्सिन भी शामिल है। कोवीशिल्ड ऑस्ट्रॉक्सी वैक्सीन है, जिसे एस्ट्रजेनेका और पुणे के सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा विकसित किया गया है। कोवैक्सीन भारत की बायोटेक द्वारा भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के सहयोग से विकसित किया जा रहा स्वदेशी टीका है।

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