आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कोरोना संक्रमण के बीच यूपी पंचायत चुनाव में ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों की हुई मौत को लेकर शुक्रवार को यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने योगी सरकार से मृतक के परिवार को आर्थिक मदद देने की मांग की है। साथ ही मायावती ने पंचायत चुनाव को कोरोना संक्रमण के तेज गति से बढ़ने का सबसे बड़ा कारण बताया है।
बसपा सुप्रीमो ने आज अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से एक के बाद एक तीन ट्वीट कर कहा कि, कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते यदि यूपी सरकार पंचायत चुनाव टाल देती, अर्थात् थोड़ा आगे बढ़ा देती तो यह उचित होता और फिर चुनाव डयूटी में लगे काफी कर्मचारियों की मृत्यु नहीं होती, जो अति दुखद।
अपने दूसरे ट्वीट में मायावती ने कहा कि यूपी सरकार ऐसे सभी मृतक कर्मचारियों के आश्रित परिवार को उचित आर्थिक मदद करने के साथ ही उनके एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी जरूर दे, बीएसपी की ये मांग।
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इसके अलावा एक अन्य ट्वीट में बसपा प्रमुख ने सलाह देते हुए कहा है कि, अब कोरोना प्रकोप के गांव-देहातों में भी काफी फैलने की संभावना है। ऐसी स्थिति में यूपी सरकार शहरों के साथ-साथ देहातों में भी कोरोना की रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाए।
बता दें कोरोना काल में हुए उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान अब तक 577 बेसिक शिक्षकों की मौत हो चुकी है। ये दावा राज्य शिक्षक संगठन ने किया है। राज्य शिक्षक संगठन ने उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग को उन 577 शिक्षकों की लिस्ट सौंपी है, जिनकी मौत पंचायत चुनाव में ड्यूटी के बाद हुई है। लिस्ट सौंपने के बाद राज्य शिक्षक संगठन ने दो मई को होने वाली मतगणना को टालने की मांग की है।