आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज किसानों की समस्याओं को मुद्दा उठाया है। किसानों की बात करने के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में खासकर बीजेपी-शासित अन्य राज्यों की तरह ही उत्तर प्रदेश के भी करोड़ों किसान अपनी पैदावार का सही मूल्य नहीं मिल पाने के कारण तंगी, बदहाली व संकट का शिकार हैं और मजबूरी में अपनी उत्पाद को विधानसभा व अन्य प्रमुख स्थानों के सामने सड़क पर उढे़ल कर प्रबल विरोध दर्ज कर रहे हैं।
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बसपा अध्यक्ष ने योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि इसके बाद भी योगी सरकार इन जनसमस्याओं पर ध्यान देकर उनका समाधान करने की जगह सपा सरकार की तरह ही ‘सैफई महोत्सव’ व ‘लायन सफारी’ आदि की तरह सत्ता के नशे में चूर होकर ’’गोरखपुर महोत्सव’’ आदि पर सरकारी धन व संसाधन लुटाने में मस्त है।
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बसपा सुप्रीमो ने अपने बयान में मीडिया से आगे एक बार फिर कहा कि उत्तर प्रदेश में जनसमस्याओं के साथ-साथ कानून-व्यवस्था व विकास का भी बहुत बुरा हाल है, लेकिन केंद्र की तरह प्रदेश की बीजेपी सरकार भी सिर्फ कोरी बयानबाजी व गैर-जनहित के कार्यों में सरकारी धन, संसाधन व शक्ति का अपव्यय करने में मस्त है। बाराबंकी में जहरीली शराब लोगों की मौत पर अफसोस व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी जानलेवा घटनाएं बीजेपी सरकार की घोर लापरवाही का परिणाम।
वहीं मायावती ने सवाल उठाते हुए कहा कि यूपी में दलित अत्याचार की लगातार घटनाएं बढ़ रही है। इन मामलों में समुचित कानूनी-कार्रवाई नहीं होने तथा इन मामलों में जातिवादी व पक्षपाती रवैया योगी सरकार द्वारा अपनाएं जाने संबंधी राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अधिकारिक खुलासे का क्या फायदा? जब उनके खिलाफ आगे कोई कार्रवाई ही नहीं की गयी।
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