मायावती ने बोला अखिलेश पर हमला, “पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक का राग तुकबंदी के सिवाय कुछ नहीं”

पीडीए का राग

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर हमला बोला है। मायावती ने पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) की अपने ही ढंग से परिभाषा की है। उन्होंने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा द्वारा एनडीए के जवाब में पीडीए का राग अलापा जा रहा है। जो केवल तुकबंदी के सिवाय और कुछ नहीं है।

बसपा मुखिया ने सोमवार को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से ट्वीट कर कहा कि सपा द्वारा एनडीए के जवाब में पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) का राग, इन वर्गों के अति कठिन समय में भी केवल तुकबन्दी के सिवाय और कुछ नहीं। इनके पीडीए का वास्तव में अर्थ परिवार, दल, एलाइन्स है जिस स्वार्थ में यह पार्टी सीमित है। इसीलिए इन वर्गों के लोग जरूर सावधान रहें।

वहीं अपना एक अन्य ट्वीट में बसपा सुप्रीमो ने कहा कि यूपी में पिछले कई दिनों से जारी भीषण गर्मी की आफत में राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में बिजली की जबरदस्त कमी ने लोगों का जीवन त्रस्त कर रखा है, जिससे बलिया व अन्य ज़िलों से मौत की खबरें अति-दुःखद। सरकार बिजली व्यवस्था तुरन्त सुधारे तथा अस्पतालों आदि में बिजली कटौती न करे।

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गौरतलब है की बीते दिन एक चैनल से बातचीत में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि भाजपा 2014 में सत्ता में जैसे आई थी। 2024 में उसकी वैसे ही यूपी से विदाई होगी। हमारा नारा है 80 हराओ-भाजपा हटाओ। इसलिए 2024 में पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यकों) की एकता एनडीए-भाजपा गठबंधन पर भारी पड़ेगी। 2024 में महंगाई, बेरोजगारी, गरीब का सम्मान और उसे न्याय दिलाना बड़ा मुद्दा होगा। गरीब, किसान, नौजवान भाजपा के खिलाफ वोट करेगा। अखिलेश के बयान का मायावती ने पलटवार किया है।

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