आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है। ऐसे में यूपी के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्यों के साथ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान स्थित सभागार में बैठक कर कोरोना से निपटने में काम आने वाली सभी तैयारियों को पूरी करने को कहा है। दूसरी लहर की तरह ऑक्सीजन की कमी न हो इसके लिए सुरेश खन्ना ने आज बैठक में खास ध्यान दिया।
चिकित्या शिक्षा मंत्री ने विभिन्न मेडिकल कालेजों में वैंटीलेटर्स की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने न्यूनेटर वेंटीलेटर्स की स्थिति के बारे में भी प्रधानाचार्यों से जानकारी लेने के साथ ही एचएफएनसी एवं बाईपैप की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उपकरणों की खरीद में नही किया जाए किसी प्रकार का समझौता
सुरेश खन्ना ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर आने से पूर्व हमारी तैयारियां पूरी रहनी चाहिए, जिससे कि हम इस तीसरी लहर पर नियंत्रण रखने में सक्षम रहें। उन्होंने कहा कि सभी मेडिकल कालेजों में निर्धारित संख्या पीकू बेड के साथ साथ बच्चों के बेड तथा नियोनेटल वेंटिलेटर, आक्सीजन बेड,एचएफएनसी, बाईपैप व जरूरी व्यवस्था समय रहते अनिवार्य रूप से पूरी कर ली जाए। साथ ही कहा कि इन उपकरणों की खरीद में सभी मानकों को पूरा करने का खास ध्यान रखा जाए और इसमें किसी प्रकार का समझौता नही किया जाए।
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वहीं कुछ मेडिकल कालेजों में लग रहें आक्सीजन जनरेटेड प्लांट के बारे में भी सुरेश खन्ना ने प्रधानाचार्यों से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट को जल्द से जल्द एक्टिव किया जाए।
...प्रधानाचार्य पर की जाएगी कार्रवाई
इसके अलावा आज बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा आयुष्मान योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाए। यह गरीबों को इलाज दिये जाने की महत्वपूर्ण योजना है। उन्होंने कहा कि सभी मेडिकल कालेजों में आयुष्मान कार्ड धारकों के इलाज की लंबित दावों को 15 दिन में निस्तारित नहीं कराने पर संबंधित मेडिकल कालेज के प्रधानाचर्य पर कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार एवं मेडिकल कालेजों के प्रधानाचार्य व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।