आरयू ब्यूरो, लखनऊ। स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए आज मंडलायुक्त रोशन जैकब ने अफसरों के साथ बैठक कर ‘मिशन भरोसा’ के तहत चल रहे कामों की समीक्षा की। आयुक्त सभागार में आयोजित बैठक में कमिश्नर ने स्कूली वाहनों के ड्राइवरों के साथ ही सभी परिचालकों का भी डेटा तैयार कराने का अधिकारियों को निर्देश दिया।
डीसीपी ट्रैफिक हृदेश कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक व आरटीओ सहित अन्य अफसरों के साथ बैठक करते हुए रोशन जैकब ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश भर में सड़क सुरक्षा पखवाड़ा मनाया जा रहा, स्कूली बच्चों का सुरक्षित परिवहन सड़क सुरक्षा का प्रमुख अंग है। स्मार्ट सिटी लखनऊ द्वारा संचालित ‘मिशन भरोसा’ परियोजना स्कूली बच्चों के लिए सुरक्षित परिवहन प्रणाली को विकसित करने की पहल है।
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सभी ड्राइवर-परिचालक को दिया जाएगा स्मार्ट कार्ड
इस परियोजना के तहत स्कूली वाहन चलाने वाले चालक-परिचालकों का लाइसेंस व पुलिस सत्यापन, वाहन की फिटनेस, चालक व परिचालकों का स्वास्थ्य परिक्षण, आंख और साइकोमैट्रिक परिक्षण आदि को पोर्टल पर दर्ज कर उसका डाटा बेस बनाने व उसकी लगातार निगरानी करने की जरूरत है। इसमें सभी वाहन व उसके ड्राइवर और परिचालकों को स्मार्ट कार्ड दिया जाएगा। कार्ड पर डीसीपी ट्रैफिक व आरटीओ के संयुक्त हस्ताक्षरित होगा। इन स्मार्ट कार्ड धारकों को समय-समय पर स्वास्थ्य कैंप और अन्य ट्रेनिंग की सुविधा दी जाएगी।
वेरिफिकेशन के काम मे थाना स्तर पर तेजी लाएं
आज बैठक में कमिश्नर के सामने मिशन भरोसा के बनाये ऐप (पोर्टल) का प्रजेंटेशन दिया गया। साथ ही सभी बिंदुओं पर चर्चा करते हुए कुछ पर पर सुधार के लिए रोशन जैकब ने निर्देश दिए। उन्होंने डीसीपी ट्रैफिक को निर्देश देते हुए कहा कि स्कूली वाहन चलाने वाले चालक व परिचालकों के वेरिफिकेशन के काम मे थाना स्तर पर तेजी लाएं।
12 सौ स्कूली वाहनों का रजिस्ट्रेशन हो चुका
जिसपर डीसीपी ने बताया कि 200 स्कूली वाहन चालको का डेटा पुलिस विभाग को उपलब्ध करा दिया गया है। जिसका सत्यापन कराया जा रहा। स्कूल के प्रिंसिपल के साथ संबंधित अधिकारी द्वारा बैठक आयोजित करने के भी निर्देश दिए। अभी तक मिशन भरोसा टीम एक कैटेगरी में 12 सौ स्कूली वाहनों का रजिस्ट्रेशन कर चुकी है।