आरयू ब्यूरो, लखनऊ। शिक्षा के जरिये ही महिलाओं के सशक्तीकरण को आगे बढ़ाया जा सकता है। महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा व आत्मनिर्भरता के लिए सरकार की कई योजनाएं है। सरकार आधी आबादी को बराबरी का दर्जा देने के लिए कई कार्यक्रम चला रही है। महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है। जब तक महिलाएं जागरूक नहीं होंगी तब तक योजनाओं का पूरा लाभ नहीं उठा पाएंगी। मिशन शक्ति अभियान महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वलंबन से जुड़ा है।
उक्त बातें सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम मिशन शक्ति अभियान के दूसरे चरण का शुभारंभ कर अपने संबोधन में कही। साथ ही कहा कि मैं आप सबका हृदय से स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। योगी ने आगे कहा कि महिलाओं को भयमुक्त वातावरण उपलब्ध कराने के लिए सेफ सिटी परियोजना चल रही है।
इसके दूसरे चरण का लोकार्पण सीएम योगी की उपस्थिति में इंडियन बैंक की चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर व मैनेजिंग डायरेक्टर पद्मजा चंदरू ने किया लखनऊ के बाद सेफ सिटी योजना में वाराणसी, गोरखपुर, गौतमबुद्धनगर, आगरा और प्रयागराज को शामिल किया जा चुका है। अब मेरठ, कानपुर नगर, अलीगढ़, बरेली, झांसी, मुरादाबाद और सहारनपुर को भी योजना में शामिल किया जा रहा है।
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मिशन शक्ति के तहत महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन की दिशा में कदम बढ़ा रही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार महिला सशक्तीकरण के कई और कदम उठाने जा रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने महिला स्वावलंबन की मिसाल पेश करने वाली 11 उत्कृष्ट महिलाओं को सम्मानित किया। विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रही इन महिलाओं अपने संघर्ष की कहानी भी साझा की।
समारोह में विशिष्ट अतिथि सुप्रीम कोर्ट की पूर्व न्यायाधीश ज्ञान सुधा मिश्रा ने 18 साइबर थानों में महिला साइबर क्राइम सेल व थानों में महिला पुलिस चौकी परामर्श केंद्र के साथ ही 13 बालिका छात्रावासों व चार राजकीय बालिका इंटर कॉलेजों के लोकार्पण किया। इसके अलावा इंडियन बैंक की सीइओ पद्मजा चुंदरु ने लखनऊ सेफ सिटी के तहत 45 पिंक बूथ, 18 पिंक शौचालय औऱ 660 स्ट्रीट लाइट का लोकार्पण किया गया।