आरयू वेब टीम।
अंतरिक्ष में मिशन शक्ति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश के नाम संदेश का मामला चुनाव आयोग पहुंच गया है। पीएम के इस संबोधन को लेकर कई पार्टियों ने ऐतराज जताते हुए चुनाव आयोग से पूछा है कि आखिर पीएम को इसकी घोषणा करने की इजाजत क्यों दी गई?
वहीं मामले पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि यह चुनाव आचार सहिंता का उल्लंघन है। टीएमसी और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी ने भी पीएम के राष्ट्र के नाम संबोधन पर ऐतराज जताया है। सीताराम येचुरी ने अपने पत्र में लिखा कि इस तरह का मिशन देश को आमतौर पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) बताता है, लेकिन इस बार प्रधानमंत्री ने इसको लेकर देश के नाम संबोधन किया।
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उन्होंने कहा कि मोदी खुद लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार हैं। ऐसे में चुनाव आचार सहिंता लागू होने के बाद उनको इसकी इजाजत कैसे दी जा सकती है? येचुरी ने चुनाव आयोग से ये पूछा है कि क्या प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संदेश के बारे में चुनाव आयोग को पता था? क्या चुनाव आयोग ने मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन की इजाजत दी थी? उन्होंने पूछा कि कि पूरा देश जानना चाहता है कि आखिर चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री को राष्ट्र के नाम संबोधन की इजाजत कैसे दी। वह भी तब जब लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है और चुनाव आचार संहिता लागू है।
वहीं उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मिशन शक्ति की सफलता का श्रेय अंतरिक्ष अनुसंधान एवं विकास में वर्षों से अनवरत परिश्रम कर रहे वैज्ञानिकों को जाता है। इसकी घोषणा भी नेतृत्व कर रहे वैज्ञानिक द्वारा ही होनी चाहिए थी। मोदी जी के द्वारा इसकी घोषणा, अचार संहिता का उलंघन व भाजपा द्वारा देश को मुद्दों से भटकना ही है।
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वहीं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मिशन शक्ति एक राजनीतिक घोषणा है। इसकी घोषणा वैज्ञानिकों को करनी चाहिए थी। इसका श्रेय उन्हें दिया जाना चाहिए। यह केवल एक उपग्रह को नष्ट कर दिया गया, यह आवश्यक नहीं था, यह लंबे समय से वहां पड़ा हुआ था, यह वैज्ञानिकों का विशेषाधिकार है कि यह काम कब करना है।
यहां बताते चलें कि प्रधानमंत्री ने एंटी सैटेलाइट मिसाइल परीक्षण ‘मिशन शक्ति’ को लेकर बुधवार को देश को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि देश ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। भारत ने अंतरिक्ष में एक सैटेलाइट को मार गिराया है, यह बड़ी उपलब्धि है। अमेरिका, चीन और रूस के बाद ऐसा करने वाला भारत चौथा बड़ा देश बना है।