बेरोजगारी को नहीं स्‍वीकारते मोदी, डरते हैं ‘अच्छे दिन’ का शिगूफा फूट जाएगा: राहुल

बेरोजगारी को नहीं स्‍वीकारते
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। 

बेरोजगारी के मसले पर आज एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। राहुल ने नोबेल पुरस्कार विजेता पॉल क्रुगमैन के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि रोजगार को लेकर हम पिछले दो साल से जो दावे कर रहे हैं, उस पर पॉल क्रुगमैन ने भी मुहर लगा दी है।

राहुल ने एक ट्वीट कर कहा कि जो हम पिछले दो वर्षो से कह रहे हैं इसकी पुष्टि तो ‘नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री पॉल क्रुगमैन ने करते हुए कहा है कि भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती बढ़ती बेरोजगारी की है। राहुल ने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि दुर्भाग्य से हमारे पास एक ऐसा पीएम है, जो इसे स्वीकारते ही नहीं हैं। उन्हें डर है कि उनका ‘अच्छे दिन’ का शिगूफा फूट जाएगा। राहुल ने अपने ट्वीट के साथ अमेरिकी अर्थशास्‍त्री पॉल के बयान की एक रिपोर्ट भी ट्वीट की है।

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रिपोर्ट में बताया गया है कि 2008 में नोबेल पुरस्कार पाने वाले अमेरिकी अर्थशास्त्री पॉल क्रुगमैन ने भारत को लेकर उम्मीद के साथ-साथ चिंताएं जाहिर करते हुए कहा था कि भारत वैश्‍वीकरण की नई ऊंचाइयों को छू सकता है, या नहीं तो इसे बड़े पैमान पर बेरोजगारी का मुंह देखना पड़ सकता है। भारत की बड़ी संख्या में कामगार आबादी की ओर इशारा करते हुए एक कार्यक्रम में यह बातें कही।

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क्रुगमैन ने आगे कहा कि बड़ी संख्या में प्रोडक्टिव तरीके से काम करने वाले लोग ही अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं, लेकिन जब उनके हाथों को काम मिलेगा। उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में भारत काफी पीछे है, जो कि इसके विकास की प्रक्रिया के विपरीत काम कर सकता है। बढ़ती हुई जनसंख्या का पोषण करने के लिए जरूरी नौकरियां भारत के पास नहीं हैं। आपको उनके लिए नौकरियां खोजनी होंगी।

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