आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लॉकडाउन अवधि को तीन मई तक के लिए बढ़ाए जाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का यूपी कांग्रेस ने समर्थन किया है। साथ ही कांग्रेस ने आज नरेंद्र मोदी से पूछा है कि “नो राशन, ओनली भाषण” से देश की जनता का काम कैसे चलेगा।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रधानमंत्री के फैसले के बाद पत्रकारों से कहा कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रधानमंत्री के फैसले का समर्थन करती है, लेकिन जिस समय देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है प्रधानमंत्री ने देश के नाम जो संबोधन दिया उसमें दिखावा ज्यादा और काम की बातें कम ही हैं।
अजय कुमार ने सवाल उठाते हुए आगे कहा कि प्रधानमंत्री को देश को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार कोरोना से लड़ने के लिए क्या-क्या इंतजाम कर रही है? पीपीई की व्यवस्था हो पा रही है या नहीं? क्या देश में टेस्ट करने वाले किट्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं या नहीं? जो प्रवासी मजदूर यहां-वहां दूसरे राज्यों में फंस गए हैं उनको घर छोड़ने के लिए सरकार क्या इंतजाम कर रही है? देश की जनता उम्मीद लगाए बैठी थी कि प्रधानमंत्री जी इन सब सवालों के जवाब देंगे, लेकिन उनके संबोधन से इन सब सवालों के जवाब सिरे से गायब हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण का सार, “नो राशन, ओनली भाषण” जैसे महज कुछ शब्दों में व्यक्त किया जा सकता है।
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प्रदेश अध्यक्ष ने आज दावा किया कि देश पर आए इस संकट की घड़ी में कांग्रेस पूरे मन से सरकार के साथ है, लेकिन सरकार को इन अहम सवालों का जवाब भी देना चाहिए कि कई जगहों से ऐसी खबरें आई हैं कि लोग भूख की वजह से दम तोड़ रहे हैं। सरकार ने ऐसे लोगों तक राशन पहुंचाने के लिए क्या इंतजाम किया है?
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साथ ही दूसरे राज्यों में फंसे यूपी के प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए सरकार ने क्या इंतजाम किए हैं? उत्तर प्रदेश समेत देश के दूसरे राज्यों में ठप पड़ी गतिविधियों को फिर से शुरु करने के बारे में सरकार की क्या योजना है?
साथ ही सरकार यह भी बताये कि व्यापक पैमाने पर टेस्टिंग कब से शुरु करेगी और गांव में रहने वाले गरीबों को पर्याप्त नकद आर्थिक सहायता कब तक मुहैया कराई जाएगी? क्योंकि अब तक जो दिया गया है वह काफी नहीं है।