मोदी की कैबिनेट से उपेंद्र कुशवाहा का इस्तीफा, कहा उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे प्रधानमंत्री, नहीं आए अच्छे दिन

मोदी की कैबिनेट
उपेंद्र कुशवाहा, (फाइल फोटो।)

आरयू वेब टीम। 

बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर नाराज चल रहे राष्ट्रीय लोक समता पार्टी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने आज मोदी की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। सोमवार दोपहर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। बताया ये भी जा रहा है कि इस्तीफा देने के तुरंत बाद ही कुशवाहा विपक्षी एकता बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे।

इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि बिहार से मोदी सरकार ने कई वादे किए थे, लेकिन पूरे नहीं किए गए। साल 2014 में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर नरेंद्र मोदी ने पिछड़े तबकों के विकास का वादा किया था।

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प्रधानमंत्री ने बिहार के लिए स्पेशल पैकेज की घोषणा की तो लोगों को लगा था कि बिहार के अच्छे दिन आएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना पर हजारों करोड़ रुपये फूंक दिए गए, लेकिन नतीजे नहीं लाए गए। ऐसे में ओबीसी खुद को ठगा महसूस कर रहा है।

मोदी सरकार पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय के उम्मीदों पर पानी फिरता दिख रहा है।  ओबीसी और दलितों को न्याय नहीं मिल रहा है। जो उम्मीद थी उस पर नरेंद्र मोदी पीएम के तौर पर खरे नहीं उतरे। बिहार के लिए कुछ नहीं किया। सामाजिक न्याय के एजेंडे से हटकर आरएसएस के एजेंडे को लागू किया जा रहा है। पिछले 15 साल की नीतीश सरकार भी फिसड्डी साबित हुई है।

बता दें कि मंगलवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है, उससे पहले आज एनडीए की बैठक थी। इस बैठक में उपेंद्र कुशवाहा ने जाने से मना कर दिया था। दरअसल, उपेंद्र कुशवाहा की मांग है कि 2019 के लोकसभा में उन्हें बिहार में चार सीटें दी जाएं, लेकिन बीजेपी उन्हें दो ही सीटें देने पर अड़ी है, यही कारण है कि वह लगातार इसका विरोध कर रहे थे।

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