आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कोरोना वायरस के चलते डेढ़ महीने से भी अधिक समय से लागू लॉकडाउन के बीच जहां कांग्रेस समेत सपा व अन्य विपक्षी दल प्रवासी श्रमिकों, गरीबों व जरूरतमंदों की समस्याओं के मुद्दे पर मोदी सरकार की मंशा व उसके फैसलों को लेकर लगातार सवाल उठा रहें हैं।
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वहीं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गुरुवार को एक ऐसा बयान दिया है, जिसको जानकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विरोधियों से घिरी भाजपा सरकार को राहत जरूर महसूस होगी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज सोशल मीडिया के माध्यम से मोदी सरकार के फैसलों पर भरोसा जताने की बात करते हुए कहा है कि इन्हें जमीन पर उतारने के लिए तत्काल कोशिश करनी चाहिए।
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मायावती ने गुरुवार को अपने अधिकारिक ट्विटर अकाऊंट से ट्विट कर कहा कि, अभूतपूर्व कोरोना लॉकडाउन के कारण देश की चरमराई स्थिति, अव्यव्स्था व ध्वस्त अर्थव्यवस्था में थोड़ी सुधार के लिए केंद्र सरकार ने जो भी कदम उठाए हैं, उसपर विश्वास करते हुए बीएसपी का यही कहना है कि इसको जमीन पर ईमानदारी से लागू करने की जी-जान से कोशिश तत्काल शुरू कर देनी चाहिए।
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वहीं अपने दूसरे ट्विट के जरिए आज मायावती ने कहा कि लाचार व मजलूम करोड़ों प्रवासी मजदूरों के लिए जो हजार करोड़ रुपये कि घोषणा की गई है, वह यूपी जैसे अति-प्रभावित राज्यों को सीधे मिलनी चाहिए, ताकि यह उन्हें अपने पैर पर खड़े होने का वास्तविक सहारा बन सके व गरीबों और मजदूरों को आगे पलायन करने के लिए विवश न होना पड़े।