आरयू वेब टीम। माफिया मुख्तार अंसारी और उसके परिवार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही। गुरुवार को उप जिलाधिकारी भारत भार्गव की अगुवाई में पहुंची अधिकारियों की टीम ने मुहम्मदाबाद यूसुफपुर बाजार स्थित अंसारी परिवार के स्वामित्व वाले होटल मिड टाउन पर नोटिस चस्पा कर अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने तक होटल को नहीं खोलने की चेतावनी दी है। होटल बंद कराने के बाद अधिकारियों ने पोखरी और काजीटोला में किए गए अवैध प्लाटिंग स्थल पर सरकारी संपत्ति का बोर्ड लगवा दिया।
एक जुलाई को उप जिलाधिकारी के नेतृत्व में होटल पर पुलिस-प्रशासन ने छापामारा था। राजस्व विभाग, श्रम प्रवर्तन विभाग , नगर पालिका परिषद, विद्युत विभाग, राज्य कर विभाग, पुलिस व फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग से संबंधित जांच पड़ताल करके उपजिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपी थी।
यह भी पढ़ें- अवधेश राय हत्याकांड में कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को सुनाई उम्रकैद की सजा, 32 साल बाद आया फैसला
इस रिपोर्ट के आधार पर नगर पालिका परिषद मुहम्मदाबाद के अधिशासी अधिकारी की ओर से नोटिस जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि होटल के जांच में पाया गया कि विद्युत सुरक्षा व अग्नि सुरक्षा संबंधी कोई उपाय नहीं किया गया है। वही, जीएसटी का पंजीकरण भी समाप्त है। ऐसे में आबादी के बीच होटल का संचालन संभव नहीं है। जब तक इन विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर जमा नहीं किया जाता, तब तक होटल का संचालन न करें।
इसके बाद अधिकारियों का दल अकटहिया स्थित पोखरी और काजीटोला पहुंचा। जहां मुख्तार के करीबियों द्वारा किए गए अवैध प्लाटिंग स्थल पर सरकारी संपत्ति होने का बोर्ड लगा दिया। इस मौके पर उपजिलाधिकारी भारत भार्गव, क्षेत्राधिकारी हितेंद्र कृष्ण, अधिशासी अधिकारी विरेंद्र कुमार राव, डॉ राज कुमार रावत व कोतवाल घनानंद त्रिपाठी मौजूद रहे।